भीलवाड़ा रामलीला मंच का रावण मौन, किशन लाल टेलर का निधन

भीलवाड़ा रामलीला मंच का रावण मौन, किशन लाल टेलर का निधन
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भीलवाड़ा - BHN श्री रामलीला कमेटी, आजाद चौक, भीलवाड़ा के लिए शुक्रवार एक अपूरणीय क्षति का दिन है। श्री रामलीला कमेटी आजाद चौक भीलवाड़ा के एक अभिन्न अंग और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की भव्य लीला में वर्षों तक अपनी प्रचंड आवाज और प्रभावशाली अभिनय से रावण के किरदार को जीवंत करने वाले किशन लाल टेलर अब नहीं रहे। उन्होंने शुक्रवार शाम अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली, जिससे पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।

श्री रामलीला कमेटी के सचिव, लादूलाल भांड ने बताया कि किशन लाल का कमेटी से जुड़ाव लगभग पांच दशकों का रहा। इन वर्षों में उन्होंने रामलीला के विभिन्न महत्वपूर्ण चरित्रों को अपनी कला से समृद्ध किया, लेकिन जिस भूमिका ने उन्हें भीलवाड़ा के दर्शकों के हृदय में एक विशेष स्थान दिलाया, वह दशानन रावण का था। उनकी दहाड़, उनका रौद्र रूप और उनके संवादों की अदायगी ऐसी थी कि दर्शक सचमुच उस पौराणिक युग में खो जाते थे। किशन लाल ने न केवल अपने अभिनय से इस किरदार को जिया, बल्कि उसे एक विशिष्ट पहचान भी दी। वें पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर ने रामलीला कमेटी के प्रत्येक सदस्य को स्तब्ध कर दिया है। सभी उनके साथ बिताए हुए अनमोल पलों को याद कर रहे हैं, चाहे वह मंच पर उनके साथ अभिनय करना हो या मंच के पीछे उनकी स्नेहपूर्ण बातें। उनका मिलनसार स्वभाव और कला के प्रति उनका अटूट समर्पण हमेशा हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहा है।

किशन लाल का जाना न केवल रामलीला कमेटी के लिए बल्कि भीलवाड़ा की कला और संस्कृति के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उन्होंने अपनी कला के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों को भारतीय संस्कृति और रामायण के महत्वपूर्ण मूल्यों से जोड़ा। उनका अभिनय हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगा।

कमेटी ने यह भी जानकारी दी कि दिवंगत किशन लाल का अंतिम संस्कार कल, शनिवार प्रातः 8:00 बजे, उनके निवास स्थान, पांचाल चौराहा से मोक्ष धाम के लिए किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में, श्री रामलीला कमेटी उनके परिवार के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करती है और ईश्वर से प्रार्थना करती है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।

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