भीलवाड़ा: अब अपात्र लोगों की कटेगी ‘राशन डोर’, लाखों होंगे सूची से बाहर

भीलवाड़ा हलचल।
केंद्र सरकार की मुफ्त राशन योजना करोड़ों गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए संजीवनी साबित हुई है। लेकिन अब सरकार ने तय कर लिया है कि “मुफ्त का राशन सिर्फ उन्हीं को, जिन्हें सच में इसकी ज़रूरत है।”
यानी जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम हैं, लेकिन फिर भी मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे हैं, उनका नाम अब राशन कार्ड सूची से हटा दिया जाएगा।
कौन होंगे बाहर?
जिन परिवार में कार है।
जहां पति–पत्नी दोनों कमाते हैं।
जिनके घर में 4 से अधिक कमाने वाले हैं।
इनकम टैक्स भरने वाले।
जिनकी वार्षिक आय 6 लाख रुपये से अधिक है।
जिनका व्यवसाय 25 लाख रुपये से अधिक का है।
जो GST जमा करते हैं।
किसी कंपनी में डायरेक्टर हैं।
ऐसे लोगों को अब मुफ्त राशन का लाभ नहीं मिलेगा।
सरकार की तैयारी
केंद्र सरकार ने इसके लिए आयकर विभाग, सड़क परिवहन विभाग और श्रम मंत्रालय से डेटा जुटाने का आदेश दिया है।
आंकड़े बताते हैं कि राशन कार्ड धारकों में –
94.71 लाख लोग करदाता हैं,
17.51 लाख के पास कार है,
5.31 लाख बड़ी कंपनियों में कार्यरत हैं।
कुल मिलाकर, अनुमान है कि करीब 1 करोड़ लोगों के नाम राशन कार्ड से हटाए जाएंगे।
भीलवाड़ा की तस्वीर
भीलवाड़ा जैसे शहर में भी हजारों ऐसे लोग हैं जिनके पास चारपहिया गाड़ी, मकान, अच्छी नौकरी और हर सुविधा है, लेकिन फिर भी वे मुफ्त राशन ले रहे हैं।
कई परिवारों में पति–पत्नी दोनों नौकरीपेशा हैं, हर महीने हजारों की सैलरी घर आती है, लेकिन राशन लेने में पीछे नहीं रहते।
ऐसे ही लोगों पर अब सरकार की नजर है।
समयसीमा
देशभर में जारी 19.17 करोड़ राशन कार्डों की समीक्षा हो रही है।
30 सितंबर तक अपात्र लोगों के नाम सूची से हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सरकार का मकसद
सरकार का कहना है कि इस कदम से –
असली गरीब और जरूरतमंद तक ज्यादा मदद पहुंचेगी।
राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी।
अपात्र लोगों द्वारा योजना के दुरुपयोग पर रोक लगेगी, अब सवाल यह है –
👉 जिनकी जेब पहले से भरी है, वे मुफ्त राशन क्यों लूटें?
👉 क्या आप भी उन नामों में शामिल हैं, जिन्हें अब सूची से बाहर किया जाएगा?
समय है सोचने का –
जरूरतमंदों का हक़ छीनने वाले खुद कट जाएंगे सूची से।
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