इंदौर में दशहरे पर इस बार होगा अनोखा दहन: रावण नहीं, जलेगा सोनम रघुवंशी का पुतला

भीलवाड़ा /इंदौर। परंपरा के अनुसार दशहरे पर हर साल जगह-जगह रावण का पुतला दहन किया जाता है, लेकिन इस बार इंदौर में दशहरा बिल्कुल अलग अंदाज में मनाया जाएगा। यहां रावण का नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर अपराध, नशे की लत और समाज विरोधी गतिविधियों से जुड़ी प्रतीकात्मक बुराइयों का दहन होगा। खास बात यह है कि इनमें Sonam Raghuvanshi और राजस्थान की ठग हर्षा सहित 11 महिलाओं के नाम पर बनाए गए पुतले जलाए जाएंगे।
आयोजन की खास थीम
इस कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक संस्था और युवा समूह द्वारा किया जा रहा है। आयोजकों का कहना है कि —
“आज समाज में बुराइयों के कई नए रूप सामने आ रहे हैं। रावण अब केवल रामायण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हमारे आसपास मौजूद है। इसलिए इस बार उन नामों और प्रतीकों को जलाया जाएगा, जिनसे समाज में गलत संदेश जाता है और युवा पीढ़ी भटक रही है।”
क्यों चुने गए ये नाम?
बताया गया कि Sonam Raghuvanshi, मुस्कान और अन्य 9 नामों के पुतले दरअसल उन प्रवृत्तियों का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो सोशल मीडिया, ऑनलाइन ठगी, अवैध रिश्तों, मादक पदार्थों की तस्करी, और अपराध की ओर इशारा करती हैं। आयोजकों के मुताबिक, इन नामों को किसी व्यक्तिगत पहचान से नहीं जोड़ा गया है, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से समाज में फैली बुराइयों को दिखाने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
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ये हैं 11 'आधुनिक शूर्पणखाएं'?
इस 11 मुख वाले विशाल पुतले में उन खतरनाक महिला अपराधियों को प्रतीकात्मक रूप से दिखाया गया है, जिनके कारनामों ने देश को हिलाकर रख दिया है. संस्था का कहना है कि ये महिलाएं आज के समाज की 'कलयुगी शूर्पणखा' हैं. अब ये जान लेते हैं कि पुतले में किनके-किनके चेहरे होंगे और उनकी करतूतें क्या-क्या है?
कौन-कौन सी होंगी 'शूर्पणखाएं'?
1. सोनम रघुवंशी (इंदौर) – पति की हत्या की साजिश रचकर चर्चाओं में आई।
2. मुस्कान (मेरठ, नीले ड्रम वाली) – अपने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या की और लाश को ड्रम में छिपाया।
3. हर्षा (राजस्थान) – धोखाधड़ी और ठगी के कई मामलों में पकड़ी गई।
4. निकिता सिंघानिया (जौनपुर) – शादी का झांसा देकर युवक को ब्लैकमेल करने का आरोप।
5. सुष्मिता (दिल्ली) – कई करोड़ की साइबर ठगी और नकली कॉल सेंटर चलाने वाली गिरोह की सदस्य।
6. रविता (मेरठ) – जमीन विवाद में पूरे परिवार पर जानलेवा हमला करवाने का केस।
7. शशि (फिरोजाबाद) – बच्चों की तस्करी और अवैध गोद लेने के रैकेट में संलिप्त।
8. सूचना सेठ (बेंगलुरु) – पति को जहर देकर मारने और प्रॉपर्टी हथियाने की साजिश।
9. हंसा (देवास) – शराब तस्करी और अवैध धंधों में सक्रिय, कई बार जेल जा चुकी।
10. चमन उर्फ गुड़िया (मुंबई) – ड्रग्स सप्लाई और गैंगस्टर से संबंधों के लिए बदनाम।
11. प्रियंका (औरैया) – फर्जीवाड़ा कर करोड़ों की ठगी का मामला।
क्या है जुलूस और दहन का पूरा प्लान
संस्था 'पौरुष' के अध्यक्ष अशोक दशोरा ने बताया कि आयोजन की तैयारियां ज़ोरों पर हैं. शहरभर में बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं और ऑडियो अनाउंसमेंट से लोगों को न्योता दिया जा रहा है. कार्यक्रम के दिन, महालक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड से लेकर बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे तक 'शूर्पणखा' और उसकी 'सेना' का भव्य जुलूस निकलेगा. दहन का कार्यक्रम शाम को करीब 6:30 बजे महालक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड पर होगा. संस्था ‘पौरुष' के अध्यक्ष अशोक दशोरा ने बताया कि इस आयोजन में रघुवंशी समाज के लोग और राजा रघुवंशी का परिवार भी शामिल होगा
सामाजिक संदेश के साथ उत्सव
इस बार रावण दहन स्थल पर 50 फीट का बड़ा मंच तैयार किया जा रहा है।
11 अलग-अलग पुतले बनाए जाएंगे, जिन पर नशा, ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड, सोशल मीडिया का दुरुपयोग, घरेलू हिंसा, भ्रष्टाचार, नारी शोषण, अश्लीलता, महिला सुरक्षा संकट, बेरोजगारी और अपराध जैसी बुराइयों के नाम लिखे होंगे।
पुतलों का दहन कर यह संदेश दिया जाएगा कि “दशहरा केवल राम-रावण की कहानी नहीं, बल्कि समाज से हर बुराई को खत्म करने का पर्व है।”
महिला शक्ति और सुरक्षा पर फोकस
आयोजकों ने बताया कि महिलाओं को लक्षित कर होने वाले अपराध, फर्जी पहचान से सोशल मीडिया पर फैलाए जाने वाले झूठे प्रचार और युवाओं को फंसाने वाले गैंग आज बड़ी चुनौती हैं। इस कारण प्रतीकात्मक तौर पर Sonam Raghuvanshi और मुस्कान जैसे नामों का पुतला दहन किया जाएगा, ताकि युवाओं को जागरूक किया जा सके।
प्रशासन और पुलिस का सहयोग
इस अनूठे आयोजन के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी अनुमति दी है। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रहेगी। साथ ही, मंच से समाज सुधारक और महिला अधिकार कार्यकर्ता भी संबोधित करेंगे।
निष्कर्ष
इंदौर का यह आयोजन केवल दशहरे की परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नई पीढ़ी को गलत राह से बचाने और समाज को जागरूक करने का प्रयास भी है। जहां आमतौर पर रावण दहन देखने के लिए लोग उमड़ते हैं, वहीं इस बार लोग Sonam Raghuvanshi और अन्य नामों से जुड़ी बुराइयों के पुतलों को जलते हुए देखकर एक नया संदेश लेकर जाएंगे।
यह खबर अब चर्चा का विषय बनी हुई है और पूरे इंदौर में इस अनोखे दशहरे की तैयारियां जोरों पर हैं।
