आज शहर के नेताओं से मिलेंगे कांग्रेस पर्यवेक्षक,अध्यक्ष पद पर मची गुटबाजी; सोशल मीडिया पर सक्रियता भी चयन का आधार



भीलवाड़ा हलचल।

कांग्रेस के सृजन संगठन कार्यक्रम के तहत इस बार शहर और देहात दोनों अध्यक्षों में बदलाव की तैयारी की जा रही है। इस बार चयन प्रक्रिया में सोशल मीडिया पर सक्रियता और जनस्वीकार्यता को भी अहम मानदंड बनाया गया है।

सोशल मीडिया पर एक्टिविटी होगी अहम

पर्यवेक्षक विकार कार्यकर्ताओं से मिलकर उन्हें एक फॉर्म भरवा रहे हैं। इस फॉर्म में सामान्य जानकारी के साथ फेसबुक और एक्स (ट्विटर) अकाउंट की डिटेल भी मांगी जा रही है।

पार्टी का कहना है कि दावेदार की सोशल मीडिया पकड़, जनता से जुड़ाव और समय-समय पर की गई पोस्ट भी पद के लिए मूल्यांकन का हिस्सा होंगी।

चुनावी अनुभव और सेवा विवरण भी मांगे गए

फॉर्म में यह भी पूछा गया है कि दावेदार ने अब तक कितने चुनाव लड़े हैं और उनमें कितने प्रतिशत वोट मिले।

सरकारी सेवा में रह चुके दावेदारों से उनके पद और कार्यकाल की जानकारी भी ली जा रही है।

100 समर्थकों के नाम और नंबर अनिवार्य

हर दावेदार से सौ समर्थकों के नाम व मोबाइल नंबर मांगे गए हैं। बताया जा रहा है कि पर्यवेक्षक और उनकी टीम इन समर्थकों से सीधे बात कर सकती है ताकि वास्तविक जनसमर्थन का पता लगाया जा सके।

बुद्धिजीवी वर्ग से भी चर्चा

पर्यवेक्षक आज शाम शहर के बुद्धिजीवी वर्ग के साथ भी बैठक करेंगे। इसमें साहित्यकार, शिक्षक, पत्रकार और वकीलों को शामिल किया गया है। प्रत्येक वर्ग से पांच-छह प्रतिनिधियों को बुलाया गया है, ताकि उनकी राय को भी चयन प्रक्रिया में शामिल किया जा सके।

देहात और शहर दोनों में गहमागहमी

देहात अध्यक्ष पद के लिए पूर्व मंत्री रामलाल जाट का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है।

इसके अलावा पूर्व अध्यक्ष गोपाल मालवीय और राजेश चौधरी भी दौड़ में हैं।

वहीं, शहर अध्यक्ष पद के लिए ओम नारानीवाल, महेश सोनी, हमेंद्र शर्मा और जीपी खटीक जैसे नामों की चर्चा जोरों पर है।

रविवार को अन्य नेताओं ने भी मजबूती से अपना दावा पेश किया।


Next Story