भीलवाड़ा रजाई-कंबल निकालने का आ गया समय? सर्दी खासी के रोगी बढ़े ,आप रहे सावधान

भीलवाड़ा रजाई-कंबल निकालने का आ गया समय? सर्दी खासी के रोगी बढ़े ,आप रहे सावधान
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भीलवाडा । भीलवाड़ा सहित देश भर में पिछले कुछ दिनों में मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है। हवा में नमी और तापमान में गिरावट महसूस की जा रही है। वहीं बीते दिनों हुई बारिश के बाद मौसम में अचानक बदलाव हुआ है। वस्त्र नगरी में लोग अब गर्म कपड़ों में नजर आने लगे हे , वही कर्ई लोग सर्दी की चपेट में आ गए हे ।


शहर में आगामी दिनों में सुबह-शाम हल्की ठंड के अहसास के साथ दिन में मौसम सुहाना बना रहेगा। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तापमान, सामान्य से कम रहने का पूर्वानुमान जताया है। पछुआ हवा (उत्तर-पश्चिमी) चलने से तापमान में अधिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।

रविवार को भी अधिकतम व न्यूनतम तापमान, सामान्य से कम रहे।

अक्टूबर के पहले सप्ताह में वर्षा के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सुबह व शाम हल्की ठंड का अहसास हो रहा है और दिन में मौसम सुहाना बना हुआ है।


सोमवार को भी यही स्थिति रही। रात और सुबह ठंडी रहीं। दिन में धूप जरूर निकली, लेकिन तापमान कम रहने से उसका असर कम रहा।


अचानक मौसम में हुए बदलाव से लोग सर्दी और खासी से पीड़ित हो रहे हे हर घर में कोई न कोई इससे ग्रसित हे।अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ हे।




पहाड़ से लेकर मैदानों तक ठंड की आहट, तापमान में गिरावट से बढ़ेगी ठिठुरन




पहाड़ी राज्यों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश में पिछले हफ्ते बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा और निचले इलाकों में बारिश भी हुई, जिसके चलते हिमाचल और पंजाब में तापमान में गिरावट देखने को मिली। दिल्ली समिति कई मैदानी राज्यों में अचानक मौसम बदलने से तापमान में गिरावट की वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल ठंड समय से पहले दस्तक दे सकती है।

पहाड़ी इलाकों में शीत लहर और बर्फबारी का अनुमान

आईएमडी के अनुसार, ला नीना के कारण भारत के कई हिस्सों में खासकर उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में शीत लहर और बर्फबारी भी बढ़ सकती है। आईएमडी ने अक्टूबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है।

तापमान में गिरावट से बढ़ेगी ठिठुरन

आने वाले दिनों में सामान्य से अधिक तेज हवाएं चलेंगी, जिसका सीधा असर ठंड पर पड़ेगा। यह तापमान में गिरावट के साथ ठिठुरन को भी बढ़ाएगी।

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