अजयराज हत्याकांड : मुख्य आरोपी ईश्वर सिंह ने महाराष्ट्र में काटी थी फरारी, शरण देने वाला गिरफ्तार

चित्तौड़गढ़.कोतवाली थाना क्षेत्र के सेमलपुरा के समीप स्थित एक होटल में गत 1 जून को संगठित हमलावरों ने हमला कर अजयराज सिंह की हत्या कर दी थी। इस चर्चित हत्याकांड में अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था। वहीं, लम्बी तलाश के बाद पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी और हिस्ट्रीशीटर ईश्वर सिंह को उदयपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब उससे हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के प्रयास में जुटी है।
महाराष्ट्र में काटी फरारी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी ईश्वर सिंह ने हत्या के बाद महाराष्ट्र के धुलिया जिले में शरण ली थी। वहीं उसे शरण देने के आरोप में पुलिस ने हिमांशु जाट को गिरफ्तार कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार, ईश्वर सिंह धुलिया में एक अन्य व्यक्ति के माध्यम से व्यवसायी सोहनलाल जाट और उसके पुत्र हिमांशु जाट के संपर्क में आया था, जिन्होंने उसे फरारी के दौरान छिपने में मदद की।
एक और आरोपी की तलाश, पुलिस की दबिशें जारी
अजयराज हत्याकांड में ईश्वर सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब भैरू झुपड़ा नामक एक और वांछित आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक गिरफ्तारियों के बावजूद पुलिस का कहना है कि और भी कई लोगों की भूमिका संदिग्ध है। बजरी विवाद और संगठित अपराध से जुड़ा होने के कारण यह मामला हाई प्रोफाइल बन गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह ने बताया कि “सभी संदिग्धों की भूमिका का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। ईश्वर सिंह 1 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर है और उससे हथियार बरामदगी के प्रयास जारी हैं।”
इधर जानकारी मिली है कि पुलिस ने भीलवाड़ा जिले से एक-दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
अपराध का भीलवाड़ा कनेक्शन
हत्या का कारण बजरी कारोबार से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा की सरहद पर बनास नदी से अवैध बजरी खनन बड़े पैमाने पर होता है। कपासन, राशमी और हमीरगढ़ क्षेत्रों से निकाली गई बजरी ऊंचे दामों पर बेची जाती है, जिससे माफिया सक्रिय हैं।
इसी अवैध खनन नेटवर्क के चलते हत्याकांड के कई आरोपी और फरार अपराधी भीलवाड़ा जिले के बजरी कारोबारियों के यहां शरण लेते रहे हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है, ताकि बजरी माफिया और अपराधियों के गठजोड़ का खुलासा हो सके।
