रोहिणी आचार्य का दर्द: कल एक बेटी, एक बहन, एक मां को जलील किया गया”

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और सारण से चुनाव लड़ चुकीं **रोहिणी आचार्य** ने रविवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में खुलासा किया कि उन्हें परिवार और राजनीति दोनों से अलग कर दिया गया। उन्होंने लिखा कि उन्हें गंदी गालियां दी गई और मारने के लिए चप्पल तक उठाई गई।
**आत्मसम्मान की कीमत**
रोहिणी ने कहा, “मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी।” उन्होंने अपनी मजबूरी और दर्द बयां करते हुए कहा कि कल उन्हें अपने रोते हुए मां-बाप और बहनों को छोड़ना पड़ा। “मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया, मुझे अनाथ बना दिया गया। आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा न हो।”
**तेजस्वी यादव और सहयोगियों पर आरोप**
रोहिणी ने अपने भाई और पूर्व उपमुख्यमंत्री **तेजस्वी यादव** पर आरोप लगाया कि उन्होंने और उनके करीबी सहयोगी **संजय यादव और रमीज** ने उन्हें परिवार से अलग कर दिया। रोहिणी ने कहा कि बिहार चुनाव में राजद की हार पर सवाल उठाने के बाद उन्हें अपमानित किया गया।
**संजय और रमीज कौन हैं?**
संजय यादव तेजस्वी के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में गिने जाते हैं। हरियाणा में जन्मे संजय यादव 2012 में राजद से जुड़े और 2024 में राज्यसभा भेजे गए। वहीं, रमीज तेजस्वी के पुराने दोस्त हैं और उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिवार से आते हैं। रोहिणी का आरोप है कि इन्हीं दोनों ने उन्हें राजनीति और परिवार दोनों से दूर जाने के लिए मजबूर किया।
