महिला मजदूर की मौत और गैंगरेप प्रकरण: जेल में शिनाख्त परेड पूरी, आरोपित रामरतन और सोनू का चेहरा उजागर, पुलिस ने दो दिन का रिमांड लिया

जेल में शिनाख्त परेड पूरी, आरोपित रामरतन और सोनू का चेहरा उजागर, पुलिस ने दो दिन का रिमांड लिया
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भीलवाड़ा BHN.मंगरोप थाना क्षेत्र में महिला मजदूर की संदिग्ध मौत और गैंगरेप से जुड़ा मामला ताजा घटनाओं में से एक बन गया है। जिला जेल में आरोपित रामरतन और सोनू की शिनाख्त परेड तहसीलदार की मौजूदगी में करवाई गई। शिनाख्त के बाद दोनों के चेहरों से नकाब हट गया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने दोनों को दो दिन की रिमांड पर लिया है ताकि मामले की और गहनता से जांच की जा सके।

मामला कैसे खुला

9 नवंबर की सुबह मंगरोप थाना इलाके में 30 वर्षीय विवाहित महिला का शव मिला था। शव पर रगड़ के निशान देखे गए थे। प्रारंभिक जांच में हत्या का मामला दर्ज किया गया। आगे की छानबीन में यह तथ्य सामने आया कि घटना में गैंगरेप और गैर इरादतन हत्या दोनों के पहलू शामिल हैं।

आरोपितों की गिरफ्तारी और प्राथमिक बयान

पुलिस ने बड़लियास थाना क्षेत्र के उदलियास गांव निवासी रामरतन, उम्र 23, पुत्र कन्हैयालाल और हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के बरड़ौद निवासी सोनू, उम्र 22, पुत्र रामदयाल को बापर्दा गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि घटना की रात वे चित्तौड़गढ़ हाईवे पर ठेके के पास शराब पी रहे थे। उसी दौरान महिला भी वहां आई और शराब पी। बाद में महिला ने उनसे मंडपिया तक छोड़ने की अनुमति मांगी, पर आरोपी उसे मंडपिया से दूर एकांत स्थान पर ले गए। वहां पुनः शराब पिलाने के बाद आरोपितों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

भागते वक्त हुई सड़क दुर्घटना

पीड़िता आरोपितों से बचकर भागी, लेकिन रास्ते में वह ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा कर घायल हो गई। आरोप है कि आरोपितों ने उसे उठाकर झाड़ियों की ओर खींचा और वहीं छोड़कर फरार हो गए। घायलावस्था में महिला की बाद में मृत्यु हो गई।

शिनाख्त परेड और कानूनी कार्रवाई

सीओ सदर ने अदालत में शिनाख्त परेड के लिए प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया, जिस पर आदेश पारित हुआ। तहसीलदार की मौजूदगी में मंगलवार को जेल परिसर में गवाहों के समक्ष दोनों आरोपितों की शिनाख्त करवाई गई। बुधवार को अदालत ने पुलिस की मांग पर दोनों आरोपितों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा। रिमांड के दौरान पुलिस मौके की तस्दीक़, गवाहों के बयानों का मिलान और अन्य फॉरेंसिक व तकनीकी पहलुओं की जांच करेगी।

पुलिस की अगली कार्रवाइ

पुलिस अब आरोपितों से घटनास्थल पर पहुंचने, फिर विदाई और टीसीसी की पुष्टि, और घटना के दौरान उनकी गतिविधियों का सटीक पुनर्निर्माण कराएगी। साथ ही अन्य संभावित गवाहों और सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया जाएगा। अदालत द्वारा जारी रिमांड अवधि में ये जांच मुख्य प्राथमिकता होंगी।

सामाजिक और न्यायिक पहलू

घटना ने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा और ग्रामीण इलाकों में सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा उपायों पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन का कहना है कि आरोपितों को दोषी पाया जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए समुचित कदम उठाए जाएंगे।

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