गड़ा धन दिलाने के नाम पर सात लाख की ठगी, जीजा और साले सहित तीन लोगों ने रचा षड्यंत्र

बालोद (छ.ग. ) जिले के जगन्नाथपुर गांव में गड़ा सोना निकालने का लालच देकर सात लाख की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने लोगों को भरोसा दिलाया कि गांव के एक घर में एक क्विंटल से अधिक सोना दबा हुआ है, जिसे तंत्र क्रिया से निकाला जा सकता है। इसी झांसे में कई लोग फंस गए। पीड़ितों में से एक युवक ने हिम्मत दिखाते हुए आईजी रामगोपाल गर्ग, एसपी योगेश पटेल और बालोद थाना प्रभारी शिशुपाल सिन्हा को पूरा प्रकरण बताया। जनपद सदस्य दमयंती हरदेल ने भी कलेक्टर को लिखित शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने पीड़ितों के बयान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। मुख्य आरोपी तंत्र क्रिया करने वाला वसीम खान है, जिसकी उम्र पचास वर्ष बताई जा रही है। वह धुरपुर इलाहाबाद का निवासी है और इस समय भिलाई में रह रहा था। उसका साला अकबर खान भी इस ठगी में शामिल बताया जा रहा है।
पीड़ित की कहानी
पीड़ित के अनुसार मामला तब शुरू हुआ जब आरोपी वसीम ने उसके एक दोस्त को बताया कि तंत्र मंत्र के जरिए जमीन में दबा सोना निकाला जा सकता है। इसके लिए बाइस हजार रुपये मांगे गए। रकम पूरी न होने पर दोस्त ने उससे मदद मांगी। दोनों ने मिलकर रकम जुटाई और पूजा पाठ की तैयारी की गई। कुछ सामान इलाहाबाद से मंगवाया गया। रात में एक कमरे में तीन फीट गहरा गड्ढा खोदा गया और उन्हें बाहर जाने को कहा गया। वसीम अपने चेले के साथ तंत्र क्रिया करता रहा।
अंदर दिखाई दिया मटका सोने के सिक्के और सांप
कुछ देर बाद जब दोनों को अंदर बुलाया गया तो उनके सामने बड़ा मटका रखा था जिसमें सोने जैसे दिखने वाले सिक्के भरे थे। मटके के पास एक सांप बैठा था। वसीम ने दावा किया कि मटके के नीचे दो और मटके दबे हुए हैं जिनकी रक्षा सांप कर रहा है। उसने कहा कि शुद्धिकरण के लिए शक्तिपुंज फाइल मंगानी पड़ेगी जिसके लिए बारह लाख रुपये की जरूरत होगी। यह भी बताया गया कि फाइल इलाहाबाद से अस्सी किलोमीटर दूर एक घने जंगल के गांव से लाई जाएगी।
मटके और सांप को देखकर दोनों युवक विश्वास में आ गए और आरोपी के साथ इलाहाबाद तक चले गए। इसी तरह कई लोगों से कुल सात लाख रुपये ठगे गए।
