कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग केस में बड़ा खुलासा-: गोल्डी ढिल्लो का प्रमुख हैंडलर पकड़ा

नई दिल्ली . कनाडा के सरे शहर में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर हुई फायरिंग की जांच में बड़ा मोड़ आ गया है। यह मामला अब सिर्फ स्थानीय अपराध तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक इंटरनेशनल गैंग नेटवर्क की परतें खोलने लगा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस केस से जुड़े एक बेहद अहम आरोपी बंधु मान सिंह को गिरफ्तार किया है, जिसकी गिरफ्तारी ने जांच को नई दिशा दे दी है।
कौन है बंधु मान सिंह?
बंधु मान सिंह को कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लो का सबसे भरोसेमंद हैंडलर माना जाता है। वह भारत और कनाडा के बीच गैंग की गतिविधियों का समन्वय करता था।
उसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।गिरफ्तारी के समय उसके पास से चीनी पिस्टल और कारतूस मिले।
जांच में सामने आई बड़ी बातें
बंधन मान सिंह ने ही कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग में इस्तेमाल हुए हथियार और वाहन का इंतजाम किया था।हालिया हमले में इस्तेमाल हुआ वाहन भी उसी का बताया गया है।भारत लौटने के बाद वह गोल्डी ढिल्लो के गिरोह के नेटवर्क को दोबारा सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस के अनुसार वह भविष्य की गोलाबारी के लिए हाई-टेक हथियार जुटा रहा था।
अब जांच किस दिशा में बढ़ रही है
दिल्ली पुलिस अब विदेशी फंडिंग, हथियारों की सप्लाई चेन और भारत-कनाडा नेटवर्क के बाकी सदस्यों की पहचान में जुटी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि गैंग भारत में किन संभावित टारगेट्स की तलाश में था।
कपिल शर्मा कैफे फायरिंग केस क्या है?
कपिल शर्मा के सरे स्थित कैफे पर जुलाई से अक्टूबर 2025 तक तीन बार फायरिंग हुई।
पहला हमला 10 जुलाई
दूसरा हमला 8 अगस्त
तीसरा हमला 16 अक्टूबर
इन हमलों में किसी की जान नहीं गई, लेकिन कैफे को काफी नुकसान हुआ। अक्टूबर की फायरिंग के बाद गैंगस्टर लोरेंस बिश्नोई के नेटवर्क से जुड़े कुलवीर सिद्धू ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी। उसने बॉलीवुड से जुड़े कुछ लोगों को धमकी भी दी थी।
बंधु मान सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस के लिए अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पूरे नेटवर्क को समझने और तोड़ने के दरवाजे खुल गए हैं। मामले की जांच तेज गति से जारी है।
