धोखा या मौका..: ऑनलाइन सट्टे की लत ने भीलवाड़ा के युवाओं को पहुँचाया बड़ा नुकसान, स्पाई डिवाइस से की जा रही थी लूट!

ऑनलाइन सट्टे की लत ने भीलवाड़ा के युवाओं को पहुँचाया बड़ा नुकसान, स्पाई डिवाइस से की जा रही थी लूट!
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भीलवाड़ा (हलचल)। ऑनलाइन सट्टे की दुनिया में किस तरह युवाओं को फंसाकर लूटा जा रहा है, इसका बड़ा खुलासा हाल ही में जयपुर एयरपोर्ट पर हुआ। पार्सल स्कैनिंग के दौरान बैटरीनुमा संदिग्ध डिवाइस बरामद हुई, जिसकी जांच में पता चला कि यह स्पाई डिवाइस ताश के पत्तों को स्कैन करके सामने बैठे खिलाड़ी की जानकारी मोबाइल एप पर भेजती है।

इस तकनीक का उपयोग संगठित गिरोह वर्षों से बड़े घरों के युवाओं को ठगने में कर रहे हैं। भीलवाड़ा में भी ऐसी डिवाइसों के इस्तेमाल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

भीलवाड़ा में भी सक्रिय हैं ऑनलाइन सट्टे के गिरोह

पिछले कुछ वर्षों में भीलवाड़ा शहर में कई संगठित गिरोह ऑनलाइन सट्टे और गेमिंग ठगी में सक्रिय हुए हैं। शहर के कई संपन्न परिवारों के युवाओं को नशे की तरह इस खेल की लत लगाई गई और बाद में लाखों–करोड़ों रुपये लुटाए गए।

कुछ मामलों में शिकायतें पुलिस तक पहुंचीं, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया था कि चीटिंग स्पाई डिवाइस के जरिए की जा रही थी। जयपुर में डिवाइस पकड़े जाने के बाद अब इस आशंका को बल मिला है।

शहर के प्रतिष्ठित इलाकों में कुछ ऐसे लोग भी चर्चा में हैं, जो कुछ वर्ष पहले तक बेरोजगार थे लेकिन अब करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं। इससे भी ऑनलाइन सट्टे की अवैध कमाई पर सवाल उठ रहे हैं।

कैसे हुआ खुलासा?

जयपुर हवाई अड्डे पर जब यह स्पाई डिवाइस पकड़ी गई तो डीसीपी ईस्ट संजीव नैन की टीम दिल्ली पहुंची और पार्सल भेजने वाले तीन संदिग्धों से पूछताछ की।

जांच में सामने आया कि—डिवाइस जुए में चीटिंग के लिए तैयार की गई थीइसे दिल्ली से हैदराबाद भेजा जा रहा थासामान डीटीडीसी कुरियर के जरिए बुक कराया गया था

डिवाइस जीएसएम स्पाई टेक्नोलॉजी पर आधारित है और बैटरी से चलती है। इसे नोटों या सामान की तरह फिट कर दिया जाता है ताकि किसी को शक न हो। खिलाड़ी के पत्तों पर विशेष कोड बने होते हैं जिन्हें यह डिवाइस स्कैन कर ऐप के माध्यम से जानकारी भेज देती है।

स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि तीनों संदिग्धों को नोटिस जारी किए गए हैं और जयपुर पुलिस के साथ अन्य एजेंसियां भी उनसे पूछताछ कर रही हैं।

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कौन हैं संदिग्ध?

1. संदीप कपूर, मीरा बाग

जीएसएम स्पाई डिवाइस बनाने का मुख्य आरोपी

बताया कि 2012 से दिल्ली में कई गिरोह इसका उपयोग कर रहे हैं

'सनराइज' नाम से फर्जी कंपनी बनाकर डिवाइस की बिक्री

2. अमित बख्शी, रोहिणी (संदीप का बहनोई)

कंपनी की मार्केटिंग और प्रचार-प्रसार संभालता है

जयपुर में पकड़ी गई डिवाइस का पार्सल इसी ने बुक कराया था

आंध्र प्रदेश के गुंटूर के लिए डीटीडीसी से शिपमेंट भेजा

3. राधाबल्लभ शर्मा, रोहिणी

कुरियर कंपनी से जुड़ा

पुष्टि की कि पार्सल अमित बख्शी ने बुक कराया था

पार्सल आंध्र प्रदेश के गुंटूर में एक ‘शरीफ’ नामक व्यक्ति को डिलीवर होना था

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