राजस्थान निकाय चुनाव की राह खुली: सरकार 1 नवंबर को सिफारिश भेजने को तैयार

डीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बयान; ओबीसी आयोग और निर्वाचन आयोग के काम बाकी, 4 दिन में भेजी जाएगी फाइल
सीकर,
राजस्थान के नगरीय विकास और स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने आज सीकर में निकाय चुनावों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार प्रदेश के सभी 300 निकायों में चुनाव करवाने की सिफारिश 1 नवंबर को भेजने के लिए सैद्धांतिक रूप से तैयार है।
मंत्री खर्रा, सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित एकता मार्च में भाग लेने सीकर पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी।
सरकार की तैयारी पूरी
मंत्री खर्रा ने स्पष्ट किया कि "राजस्थान सरकार और स्वायत्त शासन विभाग की ओर से सारा काम पूरा हो चुका है और गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है।" उन्होंने कहा कि विभाग पूरी तरह से तैयार है।
रुकावट कहाँ?
हालांकि, खर्रा ने बताया कि चुनाव करवाने की सिफारिश भेजने में अभी कुछ तकनीकी रुकावटें हैं। उन्होंने कहा कि राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग के स्तर पर कुछ काम अभी बाकी है। इसी बीच, भारत निर्वाचन आयोग ने SIR (संक्षिप्त पुनरीक्षण) की घोषणा कर दी है, जिससे प्रक्रिया में थोड़ा विलंब हुआ है।
जल्द भेजी जाएगी सिफारिश
मंत्री खर्रा ने आश्वस्त किया कि निकायवार ओबीसी की जातियों के आंकड़े और राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से मतदाता सूचियों का प्रकाशन होने के तुरंत बाद, सरकार 4 दिन में ही चुनाव करवाने की सिफारिश आगे भेज देगी।
पटेल की जयंती पर ऐतिहासिक संबोधन
इससे पूर्व, एकता मार्च में भाग लेते हुए मंत्री खर्रा ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश को विखंडन के साथ आजादी मिली थी। आजादी के समय, भारत के भूभाग में 565 रियासतें थीं, जिन्हें जोड़ने का कार्य सरदार पटेल ने किया था। उन्होंने देश को एक हजार साल से ज्यादा विदेशी आक्रांताओं के अत्याचार झेलने के बाद मिली आजादी के लिए क्रांतिकारियों के बलिदान को भी याद किया।
