जहाजपुर 1 को बंद, महापड़ाव को लेकर बाटे पीले चावल, कार्यवाही नही होने से नाराज ,मांगे नहीं मानी तो बे मियादी आंदोलन की चेतावनी

जहाजपुर 1 को बंद, महापड़ाव को लेकर बाटे पीले चावल,  कार्यवाही नही होने से नाराज ,मांगे नहीं मानी तो बे मियादी आंदोलन की चेतावनी
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जहाजपुर( दिनेश पत्रिया हलचल) जहाजपुर कस्बे में जल झूलनी एकादशी पर भगवान पीतांबर राय के विमान पर जामा मस्जिद से किए पथराव के बाद उपजे विवाद के बाद से अब भी भगवान का बेवान कल्याण जी के मंदिर में रखा हुआ है। वही समग्र हिंदू समाज व पीतांबर श्याम संघर्ष समिति ने प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए 1 अक्टूबर को जहाजपुर कस्बा बंद रख महापड़ाव का आह्वान किया है। नगर सहित क्षेत्र के गांवों में घर-घर जाकर महापड़ाव में आने के लिए पीले चावल देकर निमंत्रण दिया जा रहा है।



सनातन हिंदू उत्सव समिति के ओम कांटिया ने रविवार को पत्रकार वार्ता में कहा की- जलझूलनी एकदशी के पर्व पर समाज विशेष के लोगों द्वारा जहाजपुर में षडंयत्र पूर्वक पिताम्बर श्याम मन्दिर के बेवाण व धार्मिक यात्रा मे शामिल भक्तों पर पत्थरों से हमला किया गया। जिसके विरोध और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने व धर्मस्थल पर अवैध अतिक्रमण व अवैध निमार्ण को हटवाने व सीमाकंन करने समेत 12 सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन को दिया गया था।


अब तक कार्यवाही नही

जिला कलेक्टर शाहपुरा द्वारा 3 दिन मे कार्रवाई करने की बात पर सहमति बनी थी। परन्तु प्रशासन द्वारा अब तक कार्रवाई नहीं की। फिर भी हिन्दू समाज जहाजपुर ने जिला प्रशासन को स्मरण पत्र पेश कर निवेदन किया। लेकिन प्रशासन ने एक समाज के दबाव व पत्थरबाजों से मिली भगत के चलते कोई ठोस कानूनी कार्यवाही नहीं की। इससे समग्र हिन्दू समाज जहाजपुर को उग्र आन्दोलन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

1 अक्टूबर को न्याय यात्रा और महापड़ाव का आयोजन किया गया

समग्र हिन्दू समाज जहाजपुर द्वारा 1 अक्टूबर को न्याय यात्रा और महापड़ाव का आयोजन किया गया है। जिसमें जिले भर से सनातनी सन्त शामिल होंगे। संतों के नेतृत्व में ही कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जहाजपुर तहसील के सभी व्यापारी संघ भी अपने अपने प्रतिष्ठानों को विरोध स्वरूप बन्द कर इस महापड़ाव में शामिल होंगे।

ये हे मांगे

विहिप के पदाधिकारी शशिकांत पत्रिया ने बताया कि बेवान पर पथराव की घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, दूसरे पक्ष के धार्मिक स्थल का सीमांकन, नगर में 1980 के सर्वे के बाद बनी अवैध मजारे ध्वस्त करने, मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकर हटवाने सहित 12 सूत्री मांग पत्र प्रशासन को दिया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर जहाजपुर बस स्टैंड पर महापड़ाव में करीब 50 हजार लोग शामिल होकर विरोध जताएंगे।

मांगे नहीं मानी तो बे मियादी महापड़ाव

महापड़ाव में शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी, ये आंदोलन जारी रहेगा। जिले में स्वैच्छिक बंद का आह्वान किया गया है। अगर प्रशासन मांगे नहीं मानेगा तो अनिश्चितकालीन महापड़ाव होगा और मेवाड़ क्षेत्र के सभी जिलों के बंद का आह्वान किया जाएगा।

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