राजस्थान में आज रात से नहीं चलेंगी 8000 स्लीपर बसें: भीलवाड़ा में 1 नवंबर से स्लीपर बसो की अनिश्चितकालीन हड़ताल ,परिवहन विभाग की कार्यवाही से बस मालिक नाराज़

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भीलवाड़ा (राजकुमार माली)। परिवहन विभाग की सख़्त कार्रवाई से नाराज़ स्लीपर बस ओनर एसोसिएशन ने 1 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। इसके चलते स्लीपर कोचों की एडवांस बुकिंग भी बंद कर दी गई है।

गुरुवार को एसोसिएशन की बैठक अध्यक्ष सत्यनारायण बंसल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें बस संचालन बंद करने का निर्णय लिया गया। संगठन के उपाध्यक्ष देवीलाल सुथार ने बताया कि बस संचालक विभाग के निर्देशों का पालन करने को तैयार हैं, लेकिन बसों में आवश्यक बदलाव के लिए तीन माह का समय मांगा गया था, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया। इसके बजाय बसों को जप्त करने और भारी जुर्माने की कार्रवाई शुरू कर दी गई, जिससे बस मालिकों में रोष है।

सुथार ने कहा कि हड़ताल से हजारों लोगों की रोज़ी-रोटी पर संकट आएगा। भीलवाड़ा शहर और जिले में 200 से अधिक स्लीपर बसें संचालित होती हैं, जो गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश तक जाती हैं। बसों के ठप होने से यात्रियों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

संगठन के सचिव विशाल सुखवाल ने बताया कि 1 नवंबर से एडवांस बुकिंग बंद कर दी गई है और उसी दिन लैंडमार्क के निकट धरना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीच रास्ते बसों को रोककर जुर्माना वसूलना ठीक हे मगर सीज करना अनुचित है। “लंबी दूरी की बसों में महिलाएं और बच्चे यात्रा करते हैं, रात में जंगलों में बस रोक देना यात्रियों के लिए खतरनाक और असुविधाजनक है,”

राजस्थान में आज रात से नहीं चलेंगी 8000 स्लीपर बसें, 2 नवंबर से सभी प्राइवेट बसों का चक्का-जाम




ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन ने प्रदेशभर में स्लीपर बसों का संचालन बंद करने का ऐलान कर दिया है। इसके तहत गुरुवार आधी रात से करीब 8000 स्लीपर बसें सड़कों पर नहीं दौड़ेंगी। राजस्थान से देश के कई राज्यों में जाने वाली इन बसों में रोजाना करीब 3 लाख लोग यात्रा करते हैं। ट्रेवल्स एजेंसियों ने जोधपुर समेत कई शहरों से बसों की ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी है।

राजस्थान बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने 2 नवंबर से चक्का-जाम की चेतावनी दी है। एसोसिएशन ने कहा है कि दो दिन स्लीपर बसें बंद रहने के बाद सरकार के रुख का इंतजार किया जाएगा। यदि सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो 2 नवंबर से प्रदेश में 20 हजार से ज्यादा प्राइवेट बसें सड़कों से हटा दी जाएंगी। इसमें ग्रामीण सेवा, स्कूल बसें, स्टेट कैरिज, उप नगरीय और लोक परिवहन बसें शामिल होंगी।

ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन ने 31 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। एसोसिएशन के सचिव राजेंद्र परिहार ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर यात्रियों को असुविधा के लिए खेद जताया और सरकार से यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की अपील की है।

हड़ताल का कारण परिवहन विभाग का 29 अक्टूबर को जारी आदेश बताया गया है, जिसके तहत निजी बसों पर चेकिंग के नाम पर भारी जुर्माने लगाए जा रहे हैं और बसों को सीज किया जा रहा है। एसोसिएशन का कहना है कि नियमों का पालन न करने पर सुधार के लिए बस ऑपरेटरों को कुछ समय दिया जाना चाहिए था। साथ ही वही नियम सरकारी बसों पर भी लागू होने चाहिए।

यात्रियों से वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था करने की अपील की गई है। वहीं, ऑल इंडिया टूर एंड ट्रेवल्स एसोसिएशन ने भी हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। संगठन के अध्यक्ष ईशाक खान ने बताया कि आरटीओ की कार्रवाई के विरोध में समस्त सिटिंग और स्लीपर बसें बंद रहेंगी और ऑफिस भी बंद रखे जाएंगे।

राजस्थान बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यनारायण साहू ने बताया कि 2 नवंबर को राज्यभर में 20 हजार बसों का चक्का-जाम किया जाएगा।

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