बनास नदी में बहे मां- बेटे के मिले शव, गमगीन माहौल में हुआ दाह-संस्कार, 16 बहनों का इकलौता भाई था विष्णु
भीलवाड़ा बीएचएन । बीगोद-खटवाड़ा के बीच बनास नदी की पुलिया पार करते रविवार शाम बहे मां-बेटे के शव सोमवार को मिल गये। बता दें कि इस घटना में युवक की मौसी भी बही थी, जिसे एक तैराक ने बचा लिया था। उधर, इस घटना से मृतक के गांव नंदराय में शोक छा गया।
बीगोद थाने के सहायक उप निरीक्षक जयसिंह मीणा ने बीएचएन को बताया कि नंदराय निवासी श्यामाल अहीर का बेटा विष्णु 20 रविवार शाम करीब 5 बजे अपनी मां जैतू 40 व मौसी गीता पत्नी मदन अहीर के साथ खटवाड़ा से गांव जा रहा था। तीनों बाइक पर सवार थे, जो बीगोद और खटवाड़ा के बीच बनास नदी की पुलिया पार करते समय बाइक सहित नदी में जा गिरे। इस दौरान पुलिया पर करीब डेढ़ से दो फीट पानी था। इनकी चीख सुनकर नदी के पास नहां रहे तैराक आबिद हुसैन शहरी ने नदी में बह रही गीता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन जैतू व उसके बेटे विष्णु बह गये। सोमवार सुबह एसडीआरएफ टीम ने मां-बेटे की तलाश शुरु की। सुबह करीब साढ़े दस बजे टीम को घटना स्थल से करीब 500 मीटर की दूरी पर स्थित एनिकट के पास नदी में विष्णु का शव मिला। इसके बाद दोपहर तीन बजे जैतू का शव घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर त्रिवेणी साइड पर मिला। मां-बेटे के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिये गये। इसके बाद मां-बेटे के शवों का गमगीन माहौल में दाह-संस्कार किया गया।