मेजा बांयी नहर का पानी 24 घंटे में टेल तक नहीं पहुंचा तो ग्रामीण करेंगे भूख हड़ताल, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर दी चेतावनी

मेजा बांयी नहर का पानी 24 घंटे में टेल तक नहीं पहुंचा तो ग्रामीण करेंगे भूख हड़ताल, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर दी चेतावनी
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भीलवाड़ा बीएचएन। मेजा बांध की मुख्य बांयी नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचने व सिंचाई विभाग द्वारा टेल पर पानी पहुंचना रेकार्ड में दर्शाने से गुस्साये करीब एक दर्जन गांवों के लोगों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जल वितरण कमेटी की मीटिंग के अनुसार जल वितरण कराने की मांग की। साथ ही चेतावनी भी दी कि 24 घंटे में पानी टेल तक नहीं पहुंचा तो ग्रामीण भूख हड़ताल करेंगे। इस संबंध में ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया है।

खेड़लिया, गणेशपुरा, महुआखुर्द, लक्ष्मीपुरा, बांसा का खेड़ा, लापिया व आरजिया के साथ ही रुपाहेली, धूमड़ास, पोंडारास, अगरपुरा के बड़ी संख्या में ग्रामीण सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन कर कलेक्टर को अपनी मांग के संदर्भ में ज्ञापन दिया। इसमें बताया गया है कि चार नवंबर को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में मेजा बांध की नहर का पानी कमेटी के सदस्यों, किसानों की उपस्थिति में किया गया। इसके अनुसार दो बार की पिलाई यानि एक बार रेलणी व दूसरी पिलाई के रूप में पानी छोडऩे का निर्णय लिया गया। साथ ही 20 दिन महुआ खुर्द से नीचे टेल तक व 20 दिन उपरी टेल तक पानी देने का निर्णय हुआ था, लेकिन अब तक टेल तक पानी नहीं पहुंचा है, जिससे किसानों को फसल बुवाई करना बाकी है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ऑन लाइन चैक करने पर पता चला कि रेकार्ड में टेल तक पानी पहुंचना बता दिया गया है, जबकि चमनपुरा, मालीखेड़ा, मांडल, कमालपुरा में माईनर चल रहे हैं, जबकि महुआ खुर्द से 20 दिन बाद का समय है।

इसी तरह रूपाहेली, धूमड़ास, पोंडरास व अगरपुरा के ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में बताया कि 17 नवंबर तक नाथों का खेड़ा, सुरास, पांसल जो पाइप चल रहे हैं, हरणी के पाइप भी चल रहे हैं, उनके आगे बीड़ का खेड़ा माइनर, माधोपुर माइनर व सबलपुरा माइनर चलने से टेल का पानी नहीं पहुंच रहा है, जबकि हलेड़ गेंगट से 20 दिन बाद का समय है। आरोप है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से पहले चलने से टेल पर पानी नहीं पहुंच पाया। लेट होने के कारण चना सुखे में उर दिया गया। जिसमें चने की हंकाई व खाद के करोड़ों रुपये किसानों के खर्च हो चुके हैं। टेल तक पानी नहीं पहुंचने से किसान बर्बाद हो गये हैं और आत्महत्या करने को उन्हें मजबूर होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पुलिस जाब्ता होगा तभी पानी टेल तक पहुंचेगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि 24 घंटे में टेल तक पानी नहीं पहुंचा तो उन्हें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ेगा। ऐसे में जल वितरण की मीटिंग के अनुसार पानी सप्लाई कराने की इन ग्रामीणों ने मांग की है।

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