नहीं हुआ युवक का अपहरण, ऑन लाइन ठगों के जाल में फंसने से युवक ने खुद ही रची कहानी

भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल । युवक का अपहरण कर साढ़े सात लाख रुपये की फिरौती मांगने का मामला पुलिस की तफ्तीश में झूंठा निकला है। दरअसल, जिस युवक को अगवा बताया जा रहा था, वह ऑन लाइन ठगों के जाल में फंस गया था और उसने दो युवकों से अनजाने में ठगों के खाते में साढे सात लाख रुपये डलवा दिये थे। ठगी का पता चला तो युवकों ने इस युवक से राशि लौटाने की मांग की तो उसने यह कहानी रची ताकि परिजनों से राशि लेकर युवकों को लौटाई जा सके।

गुलाबपुरा थाना प्रभारी पूरणमल मीणा ने बीएचएन को बताया कि भादवों की कोटड़ी, हुरड़ा निवासी रामराज पुत्र उमराव जाट ने ़अपने चचेरे भाई सुमेर पुत्र भंवर गोदारा के अपहरण और साढ़े सात लाख रुपये की फिरौती मांगने का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करवाया था। घटना को गंभीरता से लेते हुये थाना प्रभारी ने सब इंस्पेक्टर उगमराम को जांच सौंपते हुये एक टीम मुकुनगढ़, झुंझुनूं रवाना की। पुलिस ने पड़ताल कर वहां के ई-मित्र संचालक अंकित व अर्पित के साथ ही अगवा बताये गये सुमेर गोदारा को यहां ले आई। इनसे तफ्तीश की तो अपहरण की कहानी झूंठी निकली। इसके साथ ही पुलिस ने राहत की सांस ली।

क्रिप्टो करेंसी के लिए राजस्थान का एजेंट बनाया सुमेर को

ऑन लाइन ठगों ने खुद को क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा बताकर सुमेर गोदारा से संपर्क किया। सुमेर, पिछले डेढ माह से इनके संपर्क में था। इन ठगों ने सुमेर को क्रिप्टो करेंसी के लिए राजस्थान का एजेंट नियुक्त किया। ऐसे में सुमेर इनके जाल में फंस गया।

ठगों ने भेजा मुकुनगढ़

सुमेर को कथित तौर पर एजेंट नियुक्त कर मुकुनगढ़ के अर्पित व अंकित के पास जाकर उन्हें स्योरिटी देने के लिए कहा। इस पर सुमेर, घर से गुलाबपुरा जाने का बहाना कर जयपुर होता हुआ मुकुनगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंच गया। जहां फोन से संपर्क करने के बाद अर्पित व अंकित, सुमेर को लेने आये। सुमेर, रात को इन युवकों के पास रुका।

सुमेर ने ली गारंटी, तो युवकों ने जमा करा दिये 7.50 लाख

अर्पित व अंकित को सुमेर ने राशि जमा कराने के लिए प्रोत्साहित कर गारंटी ली कि वे, कंपनी का एजेंट है। इसके चलते दोनों ने एक्सिस बैंक जाकर 7.50 लाख रुपये ठगों के बताये खाते में जमा करा दिये। इसके बाद जब ठगों का कोई जवाब नहीं आया और उन्होंने नंबर को ब्लॉक कर दिया तो अंकित व अर्पित को शंका हुई। उन्होंने सुमेर से कहा कि उसकी गारंटी पर राशि जमा करवाने की बात कहते हुये राशि लौटाने की मांग की।

थाने गये, लेकिन पुलिस नहीं हुई गंभीर

अंकित, अर्पित व सुमेर मुकुनगढ़ थाने गये और उक्त ठगी की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। इसके चलते अंकित व अर्पित ने सुमेर से राशि लौटाने के लिए कहा।

फिर सुमेर ने रची अपहरण की कहानी, घर वालों को किया कॉल

सुमेर ने अंकित व अर्पित को उनकी राशि लौटाने के लिए खुद के अपहरण की झूंठी कहानी रची और घर वालों को फोन कर अपनी रिहाई के बदले अपहरणकर्ताओं के द्वारा 7.50 लाख रुपये की मांग करने की जानकारी दी। अंकित व अर्पित ने सुमेर के पिता से बात कर पेमेंट देने के लिए कहा था।

पिता ने परिचित के जरिये आईजी को दी जानकारी

सुमेर के पिता, इस घटना से परेशान हो गये। उन्होंने परिचित को जानकारी दी। इसके बाद जनप्रतिनिधि के जरिये सीकर आईजी से बात कर उक्त घटना बताई। इसी दिन सात जून की रात साढ़े नौ बजे सीकर आईजी के आदेश से मुकुनगढ़ पुलिस ने सुमेर के साथ ही अंकित व अर्पित को डिटेन कर लिया। गुलाबपुरा पुलिस तीनों को यहां ले आई और पूछताछ की तो स्थिति साफ हो गई और अपहरण की यह कहानी झुंठी साबित हो गई। पुलिस ने अंकित व अर्पित को तफ्तीश के बाद रवाना कर दिया।

यह दी थी पुलिस को रिपोर्ट

भादवों की कोटड़ी, हुरड़ा निवासी रामराज पुत्र उमराव जाट ने पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज करवाया है। पुलिस का कहना है कि रामराज का चचेरा भाई सुमेर पुत्र भंवर गोदारा तीन जून को दोपहर दो-ढाई बजे घर से बाइक लेकर गुलाबपुरा के लिए निकला था। वह अपने पिता से 500 रुपये लेकर गया, जो शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने कॉल किया तो उसने बताया कि वह किसी काम से जयपुर आ गया। उसने चार जून की शाम तक लौट आने की बात कही, लेकिन वह घर नहीं आया। 5 जून को शाम को फोन आया । सुमेर ने बताया कि उसके साथ धोखा हो गया है। उसके साथ जो लोग हैं, वह 7.50 लाख रुपये मांग रहे हैं और जगह पूछने पर झुंझुनूं बता रहे हैं। सुमेर के मोबाइल से लोकेशन भी परिजनों को भेजी गई। सुमेर के मोबाइल नंबर से अन्य लोगों ने परिजनों को कॉल कर 7 लाख 50 हजार रुपये लाने पर ही सुमेर को छोडऩे की बात कही। छह जून को एक अन्य मोबाइल नंबर से सुमेर की पत्नी के पास फोन आया और 7.50 लाख रुपये की मांग की। इसी मोबाइल से सुमेर के ससुर रामधन से बात कर रुपये की मांग की गई। सात जून को सुमेर के ससुर रामधन के मोबाइल पर सुबह 11 बजे फोन कर रुपये मांगे। आरोपितों ने रुपये लेकर पहले जयपुर और वहां से ट्रेन में नवलगढ़ आने और वहां आकर फोन करने के लिए कहा। साथ ही यह धमकी भी दी कि यदि रुपये लेकर नहीं आये तो सुमेर को वे जान से खत्म कर देंगे। पुलिस ने परिवादी की रिपोर्ट पर अपराध धारा 327,343,365,386 भादस के तहत केस दर्ज किया था।

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