भारत, नेपाल और चीन में लगातार भूकंप, 53 की मौत, घरों से निकले लोग
नई दिल्ली । आज नेपाली सीमा के पास तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके दिल्ली-NCR, बिहार और असम सहित भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। नेपाल भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं, जिससे हिमालय का निर्माण होता है और भूकंप अक्सर आते रहते हैं। भूकंप के झटके खास तौर पर बिहार में महसूस किए गए, जहां लोग अपने घरों और अपार्टमेंट से बाहर देखे गए। भूकंप के कारण नेपाल में अब तक 53 लोगों की मौत की खबर है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, तिब्बत के शिज़ांग में सुबह 6:35 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर भूकंप का जोरदार झटका आया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 28.86 एन और देशांतर 87.51 ई पर स्थित था। एनसीएस के अनुसार, शिज़ांग में चार भूकंप आए। पहला भूकंप सुबह 5:41 बजे रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का था, दूसरा और सबसे बड़ा (7.1) सुबह 6:35 बजे, तीसरा सुबह 7:02 बजे 4.7 तीव्रता का और चौथा भूकंप 7:07 बजे 4.9 तीव्रता का था।
बिहार के मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, मुंगेर, अररिया, सीतामढ़ी, गोपालगंज, वैशाली, नवादा और नालंदा समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके करीब 30 सेकंड तक महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।