भीलवाड़ा- हृदयविदारक घटना,: उपसरपंच सहित एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध मौत, ग्रामीणों में चर्चा, कहीं सामूहिक सुसाइड तो नहीं?

उपसरपंच सहित एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध मौत, ग्रामीणों में चर्चा, कहीं सामूहिक सुसाइड तो नहीं?
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एक ही चिता पर हुआ मां-बेटे का अंतिम संस्कार, नम हुई हर आंख

भीलवाड़ा बीएचएन। एक ही परिवार के तीन सदस्यों कीसंदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मरने वालों में पति, पत्नी और नौजवान बेटा शामिल हैं। सबसे पहले पति की मौत हुई। इसके बाद मां-बेटे को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना बड़लियास गांव की है। मृतक बड़लियास का उपसरपंच, जबकि उनकी पत्नी वार्ड पंच थी। इस घटना से गांव में शोक छा गया। मृतक के परिजन जहां उप सरपंच की मौत खेत पर अचानक काम करते समय तबीयत बिगडऩे से, जबकि उनकी पत्नी और बेटे की मौत सदमे से होना बता रहे हैं, लेकिन यह बात न तो पुलिस के गले उतर रही है और न ही आमजन के। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी कि आखिर इस पूरे परिवार की मौत कैसे हुई। उधर, गांव के लोग सामुहिक आत्महत्या की आशंका जता रहे हैं।

बड़लियास थाना प्रभारी सिद्धार्थ प्रजापत ने बताया कि बड़लियास में बड़े मंदिर के पास सोनियों की गली में रहने वाले और बड़लियास के उप सरपंच सत्यनारायण सोनी की शनिवार को मौत हो गई थी। मृतक के भाई सुरेश सोनी, जो इन्हीं के साथ रहता था, उसने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि सत्यनारायण सोनी खेत पर मक्का की फसल की खुदाई कर रहे थे, तभी उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। बड़लियास अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। सत्यनारायण के शव का परिजनों ने दाह-संस्कार भी करवा दिया।

इसके बाद दोपहर में पुलिस को सूचना मिली कि सत्यनारायण सोनी की वार्डपंच पत्नी ममता और बेटे आशुतोष 19 की तबीयत बिगड़ गई, जो जिला अस्पताल में भर्ती है। दोनों का आईसीयू में उपचार किया जा रहा था। इस बीच, शनिवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे पुन: सूचना मिली कि ममता और आशुतोष ने भी दम तोड़ दिया। सूचना पर थाना प्रभारी प्रजापत जिला अस्पताल पहुंचे, जहां मां-बेटे के शवों का भी पोस्टमार्टम करवाया। इस दौरान मृतक सत्यनारायण के भतीेजे सुनील सोनी ने जिला अस्पताल में पुलिस को रिपोर्ट दी कि सत्यनारायण की मौत से उनकी पत्नी ममता व बेटे आशुतोष को सदमा लगा, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इन दोनों ने भी दम तोड़ दिया। उधर, 24 घंटे के अंतराल में पूरा परिवार खत्म हो गया। पुलिस ने इन रिपोर्टस के आधार पर जांच शुरु की है, लेकिन तीनों की मौत सामान्य नहीं हो सकती। ऐसी आशंका पुलिस को है। थाना प्रभारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण सामने आ पायेंगे। ऐसे में पुलिस ने इन मौतों को संदिग्ध माना है। उधर, ग्रामीणों से जब इस संबंध में बातचीत की तो उन्होंने इतना ही कहा कि तीनों की मौत सामान्य नहीं हो सकती। यह सामुहिक सुसाइड का मामला हो सकता है। जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी।

पूरे परिवार ने खाना खाया, इसके बाद पी थी चाय

सुरेश सोनी ने बड़लियास पुलिस को बताया कि वह, अपने भाई सत्यनारायण के साथ ही रहता है। शुक्रवार की रात उसने, भाई, भाभी और भतीजे ने खाना खाया था। तब तक सभी सकुशल थे। इसके बाद वह अपने कमरे में उपर जाकर सो गया था। सुरेश ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके भाई व भाभी खाने के बाद सोने से पहले रात में चाय पीते थे। हालांकि उस दिन उसके सामने चाय नहीं पी थी।

पूरा परिवार हो गया ख्त्म

सत्यनारायण सोनी के परिवार में उनकी पत्नी ममता और बेटा आशुतोष ही थे। इसके अलावा उनके कोई संतान नहीं थी। तीनों की मौत के बाद उनका पूरा परिवार खत्म हो गया।

बड़लियास में शोक

उप सरपंच सोनी, वार्ड पंच पत्नी और जवान बेटे की संदिग्ध मौत के चलते बड़लियास में शोक की लहर छा गई। जिसने भी यह हृदयविदारक घटना सुनीं उसकी आंख नम हो गई। इस परिवार की संदिग्घ मौत को लेकर ग्रामीणों में चर्चायें चल पड़ी। ग्रामीण में कोई दबी जुबान से इस घटना को सामुहिक आत्महत्या बता रहा है तो कोई और कुछ।

एक साथ उठी मां-बेटे की अर्थियां, एक ही चिता पर हुआ दाह-संस्कार

उपसरपंच सत्यनारायण सोनी की पत्नी ममता व बेटे आशुतोष के शव पोस्टमार्टम के बाद शव उनके निवास स्थान पर पहुंचे,वहां मौजुद हर शख्स की आंखें नम हो गई। इसके बाद मां-बेटे की अर्थियां घर से बेड़च नदी श्मशान घाट ले जाई गई, जहां एक ही चिता पर मां-बेटे के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुये।

बैंक से हुआ था हाउस लोन, राशि उठाने से पहले ही गई जान

अंतिम संस्कार के दौरान लोग यह चर्चा भी करते सुने गये कि सत्यनारायण ने एक बैंक से हाउस लोन के लिए एप्लाई किया था। 15 लाख का लोन भी पास हो गया। लेकिन राशि उठाने से पहले ही सत्यनारायण की मौत हो गई। लोग ये भी चर्चा करते सुने गये थे कि सत्यनारायण पर कर्ज था और लोग उनसे रुपयों के लिए तकाजा कर रहे थे। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई। जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी।

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