माली समाज की 500 से अधिक प्रतिभाओं का किया सम्मान: भेदभाव दूर कर समाज को आगे बढाने का काम करने की जरूरत- गहलोत

भीलवाड़ा (विजय गढ़वाल )। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के केबीनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा की हमें सामाजिक भेदभाव दूर करके समाज को बड़ा करने और आगे बढऩे का काम करने की जरूरत है। गहलोत ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़े तभी हम मजबूत होंगे।

गहलोत आज भीलवाड़ा में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे। जो छात्र-छात्रा सम्मानित हुए वे इस आखिरी नहीं समझ आने वाले समय और अधिक मेहनत करके सामाजिक प्लेटफार्म से बाहर निकाल कर सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं से भी सम्मानित होने का काम करें। ज्योतिबा फुले ने अपने जीवन के प्रारंभिक काल से लेकर अंतिम समय तक सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए काम किया, शिक्षा और सामाजिक कार्य किए, महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया, सामाजिक सद्भाव के लिए काम किया और समाज के वंचित वर्ग को मुख्य धारा में जोडकऱ उन लोगों को सामाजिक आर्थिक राजनीतिक रूप से सक्षम बनाने के लिए काम किया, इसलिए हमें गर्व होता है कि हम जिस कुल से आते है उसके धर्म या पितृ गुरु समझले या प्रेरणा का केंद्र समझले वे है महात्मा ज्योतिबा फूले और सावित्री देवी फूले है।


गहलोत ने कहा की जो हमारे नहीं रहने के बाद भी हमारी आने वाली पीढिय़ा हमें श्रद्धा से याद कर सके। वह आगे बढने का रास्ता भी दिखाते है। सामाजिक क्रांति में अद्भुत होकर भूमिका निभाई, भले ही उनमें से कुछ लोग आज हमारे बीच में नहीं होंगे, लेकिन आज जो लोग काम करते हैं, उनका अभिनंदन करें। कुछ सामाजिक व्यवस्थाएं दे सके वह आज 500 से ज्यादा प्रतिभाओं को सम्मानित करने का अवसर मिला है, निश्चित ही आने वाले समय में अपने परिवार के लिए बड़े होगे, लेकिन गर्व तब होगा जब भीलवाड़ा, मेवाड़ा और समाज का नाम भी होगा



उन्होंने कहा की लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण ऐसे लोगों को निश्चित रूप से हमें मदद करके आगे लाना होगा। गहलोत ने कोई गरीबी होता है कोई उच्च वर्ग का भी होता है कोई बहुत पैसे वाला भी होता है लेकिन समाज में हम सबको मिलकर काम करना है या व्यक्ति के मन में अगर बड़ा होने का भाव पैदा होता है और छोटे लोगों को आप नीचा नहीं समझे। उन्होंने कहा कि मैं आपके साथ सभी के विकास की बात करता हूं सबको साथ लेकर चलने की बात करता हूं। जितना संभव हो सके समाज के जरूररतमंदों की मदद करने की आवश्यकता है।

गहलोत ने शेर और कुत्ते का वाकया सुनाते हुए कहा कि जब हमारी जाति के ऊपर किसी और का, हमारे समाज के ऊपर किसी दूसरे समाज का व्यक्ति आक्रमण करता है तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम साथ में खड़े हो। भले ही हमारे बीच में तकरार हो लेकिन हम शेर के सामने कभी कुत्तों को जीतने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मेरा मतलब उन दुष्ट ताकतों से हैं, जो समाज को पीछे रखने का काम करते हैं। समाज को बांटने का काम करते हैं, ऐसे लोगों से सावधान रहने व सामाजिक रूप से संगठिक होने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि हमारे में जागृति नहीं होगी, सक्षम नहीं बनेंगे तब तक हमें कोई भी कुर्सी लाकर देने वाला नहीं है। आप लोगों को सामाजिक रूप से एक ताकत के रूप में खड होना पड़े तब जाकर आपकी वैल्यू बढेगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव के साथ आगे बढ़े। कभी कभार कोई गिले शिकवे शिकयाते होती है, हम लोग उसे सार्वजनिक रूप से कह देते हैं, जो सामने वाले के लिए उलाहना बन जाती है। यदि वह बात बंद कमरे में कहो तो सलाह बन जाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमारे बीच में एक ऐसी ज्योत है, इसे आगे बढाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि हमारा समाज कहीं से भी कमजोर नहीं है, आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत है, हमारे अंदर की व्हील पावर को जगाने की जरूरत है। हम लोग भी सामाजिक बुराईयों को जलाकर अपनी ताकत को पहचाने। उन्होंने कहा कि हम लोग अच्छे काम की और कम ध्यान देते है और दूसरे काम करते हैं। हम कैसे काम कर सकें इस पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस मौके पर मां के नाम एक पौधा लगाने की अपील भी की। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा लगाने की भी अपील की। इसके बाद गहलोत ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए इसकी सफलता के लिए महासभा के प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल माली का साफा पहनाकर स्वागत सम्मान किया।

भीलवाड़ा। राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा एवं माली सैनी समाज कर्मचारी एवं अधिकारी विकास संस्था के संयुक्त तत्वावधान में माली समाज का भीलवाड़ा शहर में नगर परिषद् स्थित टाउन होल में मेवाड़ संभाग का प्रतिभावान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में 500 से भी अधिक प्रतिभाओं सहित समाज के कर्मचारियों, भामाशाहों एवं जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया गया।

समारोह की अध्यक्षता बांदीकुई विधायक भागचंद सैनी ने की। विशिष्ट अतिथि माण्डल विधायक उदयलाल भडाणा, राजस्थान प्रदेश माली सैनी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ताराचंद गहलोत, महात्मा फूले राष्ट्रीय संस्थान के अध्यक्ष अनुभव चंदेल, मोतीलाल सांखला, माली सैनी समाज कर्मचारी अधिकारी विकास संस्था के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश सैनी, पूर्व अध्यक्ष हनुमान प्रसाद सैनी, महासचिव मदन लाल सैनी, भीलवाड़ा हलचल के सीईओ राजकुमार माली, भैरूलाल माली एवं औंकार माली थे।

समारोह की शुरूवात महात्मा फूले व सावित्री बाई फूले की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवल के साथ हुई। तत्पश्चात् समाज के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। जिसमें एक से बढकऱ एक प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शर्को को भाव-विभोर कर दिया। समारोह में समाज के कई होनहार प्रतिभाओं को नकद पुरस्कार भी दिया गया। सम्मान होने वाली प्रतिभाओं में 10वी कक्षा के 74, 12वी कक्षा के 124, स्नातक, स्नातकोत्तर की 26 व खेल एवं राजनीतिक नियुक्तियों में चयनित 90 व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में श्रेष्ठ 30 प्रतिभाओं के साथ-साथ 150 से अधिक भामाशाहों व समाजसेवियों का सम्मान किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से उदयलाल माली, सत्यनारायण डाबला, पांचू लाल माली, लादू लाल रागस्या, हरिश गहलोत, शंभूलाल माली, योगेश गहलोत, मुरलीधर सैनी, कन्हैयालाल माली, सम्पत माली, राजू माली, श्रीमती सीता देवी सैनी, नारायण लाल माली शामिल थे। समारोह में भीलवाड़ा जिले सहित चित्तौडगढ़़, राजसमंद, उदयपुर, अजमेर, पाली सहित आस-पास के जिलों से हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में पहुंचे। इस अवसर पर हरनारायण गढ़वाल, कैलाश भभीवाल, शंकर गोयल, लक्ष्मण सरिवाल, नानूराम गोयल, भैरूलाल गोयल, पुषा लाल तुन्दवाल, देबीलाल रागस्या, सम्पत बुलिवाल सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कर्मचारी संस्था के सचिव कन्हैयालाल बुलिवाल व अध्यापक रामानारायण कच्छावा ने किया।

Next Story