कैसे होगी सफाईकर्मी भर्ती: अनुभव प्रमाण पत्र बना रोड़ा,आज अंतिम दिन आवेदन जमा कराने का
भीलवाड़ा (हलचल )प्रदेश में सरकार ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती के आवेदन तो मांगे हैं लेकिन आवेदन के साथ मांगा गया अनुभव प्रमाण पत्र इसमें में रोड़ा बनता नजर आ रहा है, आज अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने का आखिरी दिन है लेकिन भीलवाड़ा ही नहीं प्रदेश में जितने पदों के लिए भर्ती निकली हे उतने अनुभव प्रमाण पत्र नहीं मिल पाए और इसे लेकर कई जगह प्रदर्शन और आंदोलन भी हुए हैं। वाल्मीकि समाज ने अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग भी उठाई है।
सरकार ने प्रदेश के भर के निकायों में 23820 सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। आज यानी 20 नवंबर को अनुभव प्रमाण पत्र आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि है। ।पिछली सरकार की तुलना में पदों की संख्या भी बढ़ाई, लेकिन साथ ही भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कड़े नियम बना दिए। भर्ती में शामिल होने के लिए एक साल सफाई करने का अनुभव होना जरूरी है। वो अनुभव प्रमाण पत्र ही अब जी का जंजाल बन गया। सरकार ने एक साल का अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कई शर्तें लगा दीं। सिर्फ उन्हीं लोगों का अनुभव प्रमाण पत्र मान्य होगा जिनका वेतन हर माह अकाउंट में आता हो या पीएफ कटता हो।
अगर ठेकेदार के मार्फत किसी एजेंसी, संस्थान या अन्यत्र काम किया और वेतन नकद मिला और पीएफ नहीं कट रहा तो निगम सर्टिफिकेट जारी नहीं करेगा। जो आवेदन जमा हुए उसमें प्राइवेट फर्मों और होटल आदि में काम करने वालों की संख्या भी ज्यादा है। कई कार्मिक नगर निगम में भी संविदा पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी एक साल पूरा नहीं हुआ इसलिए सर्टिफिकेट नहीं दिया जा सकता। ऐसे में जब अनुभव प्रमाण पत्र नहीं होंगे तो इन पदों पर भर्ती कैसे होगी ये अब सवाल बन गया।
बदलाव की संभावना
वाल्मीकि समाज और डीएलबी डायरेक्टर कुमार पाल गौतम के बीच मंगलवार को बैठक हुई। समाज के लोगों ने सारी स्थिति बताई कि इन शर्तों के हिसाब से तो पद भरे ही नहीं जाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार आवेदन करने की तिथियों और शर्तों में एक-दो दिन में संशोधन कर सकती है।
ये हैं शर्तें
किसी सरकारी या गैर सरकारी संस्था का दिया हुआ अनुभव प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा। अनुभव प्रमाण पत्र सिर्फ नगर निगम ही जारी करेगा।
इसके लिए प्रत्येक निकाय में एक अधिकारी नियुक्त किया गया, जिसके यहां आवेदन के साथ दस्तावेज लगाने होंगे। उसकी जांच कर निगम अधिकारी प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं।
अगर आवेदक के पास दस्तावेज नहीं हैं और वह खुद को कहीं काम करता हुआ बता रहा है तो निगम संबंधित संवेदक से दस्तावेज मांग सकता है।
अगर आवेदक के चिरंजीवी, हेल्थ चेकअप, कोविड के टीकाकरण की सूची, अनुदानित राशि में पंजीकृत जैसे तमाम दस्तावेज निगम के पास हैं तो निगम उन दस्तावेजों के आधार पर भी प्रमाण पत्र जारी कर सकता है।
अगर संविदा आधार पर आवेदक ने अलग-अलग जगह अलग-अलग समय पर काम किया हो और दो से तीन टुकड़ों में मिलाकर अगर उसकी कार्य अवधि एक वर्ष हो रही तो प्रमाण पत्र जारी किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने की अवधि बढ़ा सकती है। इसके साथ ही कुछ शर्तों में भी शिथिलता बरती जा सकती है। अगर सरकार ने शिथिलता बरती तो नए सिरे से आवेदन आएंगे। शिथिलता नहीं दी और इन्हीं शर्तों पर भर्ती हुई तो कई पद रिक्त रहना तय है।