भीलवाड़ा में बस सुरक्षा जांच अभियान तेज- 63 बसों पर कार्रवाई, 6 जब्त, 17 बस चेसिस भी सीज

भीलवाड़ा बीएचएन। जैसलमेर बस हादसे के बाद भीलवाड़ा जिले में यात्री वाहनों की सुरक्षा मानकों की जांच के लिए परिवहन विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। परिवहन आयुक्त के निर्देश पर 15 से 30 अक्टूबर तक विशेष जांच अभियान चलाया गया, जिसमें कई गंभीर खामियां उजागर हुईं। इस दौरान 63 बसों के चालान काटे गये, जबकि छह बसों को जब्त किया गया।

चार उडऩदस्तों ने संभाला मोर्चा

जिले में चार उडऩदस्तों को सुरक्षा जांच की जिम्मेदारी दी गई। इन टीमों ने बसों की तकनीकी व सुरक्षा स्थिति का निरीक्षण कर सख्त कार्रवाई की।

सडक़ सुरक्षा नियमों का उल्लंघन, 63 बसों के चालान

अभियान के दौरान सडक़ सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने पर 63 बसों के चालान काटे गए। इनमें बिना आपातकालीन निकास द्वार, फायर एक्सटिंग्विशर की अनुपलब्धता, अधिक यात्रियों की सवारी, लगेज परिवहन, व बॉडी में अवैध परिवर्तन जैसी खामियां पाई गईं।

छह बसें जब्त, पंजीयन प्रमाण पत्र निलंबन की कार्रवाई

छह बसों में गंभीर तकनीकी उल्लंघन मिलने पर उन्हें जब्त किया गया। इनमें वाहन की बॉडी में ओवरहैंग बढ़ाना, आपातकालीन द्वार पर स्लीपर निर्माण और आरटीओ नियमों के विपरीत बदलाव करना शामिल था। इन वाहनों पर मोटर वाहन अधिनियम की धारा 53 (1) के तहत पंजीयन प्रमाण पत्र निलंबन के नोटिस जारी किए गए।

बस मालिकों को 10 दिन का समय

वाहन स्वामियों को 10 दिन का समय दिया गया है ताकि वे अपने वाहनों में सुधार कर पुन: निरीक्षण हेतु जिला परिवहन कार्यालय में प्रस्तुत कर सकें।

17 बस चेसिस जब्त, बॉडी निर्माताओं पर भी कार्रवाई

अभियान के दौरान बस बॉडी निर्माताओं की जांच में भी कई गड़बडिय़ां पाई गईं। नियम विरुद्ध निर्माण पाए जाने पर 17 बसों के चेसिस जब्त किए गए।

अभियान जारी रहेगा

परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि सडक़ सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वाले वाहनों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। छतों पर लगेज ले जाने वाले और नियमों के विपरीत बॉडी परिवर्तन कराने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कदम उठाए जाएंगे।

जिला परिवहन अधिकारी रामकृष्ण चौधरी ने कहा कि बस हादसे जैसी घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा और सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

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