भीलवाड़ा में बारिश-: गोवटा व देवलिया बांध छलके, बेड़च नदी पुलिया पर 10 फीट पानी , बरुंदनी-भीलवाड़ा मार्ग बाधित, आसींद-बदनौर में जनजीवन प्रभावित
भीलवाड़ा बीएचएन। भीलवाड़ा में मंगलवार से मानसून सक्रिय हो चुका है। बीती देर रात शुरु हुआ बारिश का दौर अभी जारी है। शहर में दिन में ही अंधेरा छा गया। यहां रुक-रुककर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है। बारिश के चलते मौसम में ठंडक आई है। वहीं जिले में भी अच्छी बारिश हुई है। इसके चलते मांडलगढ़ क्षेत्र का गोवटा व सिंगोली क्षेत्र में देवलिया बांध छलक गये। वहीं बरुंदनी-बड़लियास के बीच बहने वाली बेड़च नदी उफान पर है। इसके चलते पुलिया पर 10 फिट पानी बह रहा है, जिससे भीलवाड़ा-बरुंदनी मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। त्रिवेणी नदी उफान पर हैं। पुरानी पुलिया डूब गई हैं। त्रिवेणी में बना मंदिर भी आधा डूब गया हैं।
बेड़च नदी पुलिया पर बहता पानी , मार्ग अवरुद्ध
वहीं बिजय नगर, आसींद-बदनौर इलाकों में भी तेज बारिश होने से जन-जीवन प्रभावित हुआ है।
बता दें कि मंगलवार से राजस्थान में मानसून सक्रिय हो चुका है। भीलवाड़ा में देर रात बारिश शुरु हो गई। बारिश का दौर बुधवार को भी जारी है। शहर व आस-पास के इलाकों में कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है। बारिश के चलते सडक़ों पर पानी बहने लगा है। इस बीच, मौसम विभाग ने भीलवाड़ा के लिए डबल अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में भीलवाड़ा व आस-पास के क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश व एक दो भारी बारिश बारिश की संभावना जताई गई है।
बरुंदनी संवाददाता सतीश शर्मा के अनुसार, बरुंदनी व मांडलगढ़़ के उपरी इलाकों में भारी बारिश हुई। इसके चलते मांडलगढ़ क्षेत्र में स्थित 27 फीट भराव क्षमता वाला गोवटा बांध छलक गया।
गोवटा बांध छलका
वहीं बरुंदनी के नजदीक सिंगोली क्षेत्र का देवलिया बांंध भी लबालब हो गया। इसकी भराव क्षमता 22 फीट है। इसी तरह बरूंदनी-बड़लियास के बीच बहने वाली बेड़च नदी की पुलिया पर पानी आने के बाद सुबह दस बजे बरुंदनी-भीलवाड़ा मार्ग पर आवागमन बंद हो गया। समाचार लिखे जाने तक पुलिया पर 10 फीट पानी आ चुका था। मार्ग बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों का शहर से संपर्क कट गया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के चलते किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है । खेतों में अभी फसलो की पूरी बुआई नहीं हुई है। पूर्व में हुई बारिश से पहले बोई गई फसले गलने की चिंता किसानों को सता रही है।
आसींद संवाददाता के अनुसार, आसींद व बदनौर के आस-पास के इलाकों में मंगलवार को शुरु हुआ बारिश का दौर दूसरे दिन भी जारी है।
घरों में पानी घुसा
मुसलाधार बारिश से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में जलभराव की समस्या खड़ी हो गई। कटार क्षेत्र में गलियों में पानी भर गया है। इसे लेकर ग्रामीण खासे परेशान है।
बिजौलियां संवाददाता के अनुसार, कस्बे में तेज बारिश के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कस्बे में सुबह तक 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। क्षेत्र की नदियां और नाले उफान पर आ गए। पलकी नदी की पुलिया पर पानी आने से केसरिया मोहल्ले का करबे से संपर्क टूट गया है। रेवा नदी में भी पानी का बहाव तेज है। भडकिया, भक्रिया, मेनाल और सेवन फॉल पूरे वेग से बह रहे हैं।
बिजय नगर संवाददाता के अनुसार, बिजय नगर शहर व आस-पास के इलाके की सडक़ेें तेज बारिश के चलते दरिया बन गई है। बीती रात शुरु हुई बारिश दूसरे दिन भी जारी रही। सुबह तक करीब साढ़े पांच इंच बारिश हो चुकी थी। शहर में जगह-जगह बारिश का पानी भर गया। बापू बाजार में कई दुकानों में बारिश का पानी घुस गया।
भीलवाड़ा के नजारे
बापू नगर स्कूल में भरा पानी
हेल्ड में पानी ही पानी
