अन्नकूट महोत्सव को लेकर मंदिरो में तैयारियां, महाआरती के बाद शाम की बटेगा प्रसाद

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भीलवाड़ाहलचल . जिलेभर में **अन्नकूट महोत्सव** की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ चल रही हैं। यह पर्व आज मंगलवार** को मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र के अहंकार को पराजित करने की स्मृति में मनाए जाने वाले इस पर्व को लेकर मंदिरों में विशेष साज-सज्जा और छप्पन भोग की तैयारियां की जा रही हैं।भीलवाड़ा शहर के पंचमुखी बालाजी मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, बालाजी मार्केट बालाजी मंदिर,रेलवे स्टेशन स्थित हठीले हनुमान मंदिर. सीताराम जी की बावड़ी मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर भी बड़े स्तर पर अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा. इसमें विभिन्न तरह की सब्जियों और व्यंजनों के साथ चावल-चवले का प्रसाद तैयार किया जाएगा, जिसे शाम को महाआरती के बाद भक्तों में बांटा जाएगा.

बालाजी मंदिर में होगा छप्पन भोग का आयोजन




बालाजी मंदिर के महंत **आशुतोष शर्मा** ने बताया कि मंदिर में 22 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से होगा। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष **अनिल कुमार मानसिंहका** एवं **जगदीश चंद्र मानसिंहका** के निर्देशन में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

छप्पन भोग अर्पण से पूर्व **हनुमानजी के स्वर्ण चोला दर्शन**, **श्रीराम दरबार का आकर्षक श्रृंगार**, और **वल्लभ संप्रदाय की श्रीनाथजी परंपरा** के अनुरूप **हनुमानजी के सम्मुख गिरिराज स्वरूप चावल-चवले का नैवेद्य** धरा जाएगा।

शाम **6 बजे महाआरती** के बाद भक्तों में महाप्रसाद वितरण किया जाएगा।

संकटमोचन हनुमान मंदिर में बनेगा हजारों किलो अन्नकूट




संकटमोचन हनुमान मंदिर में महंत **बाबूगिरी महाराज** के निर्देशन में तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

इस वर्ष अन्नकूट के प्रसाद के लिए लगभग **चार हजार किलो से अधिक सब्जियां**, **20 टिन तेल** और **5 टिन घी** का उपयोग किया जाएगा।

प्रसाद तैयार करने में **50 से अधिक हलवाईयों की टीम** दिन-रात जुटी हुई है।

अन्नकूट के मेन्यू में मरके, गुलाबजामुन सहित कई प्रकार की मिठाइयां भी शामिल होंगी।

मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी महावीर अग्रवाल सांवरमल बंसल और रमेश बंसल ने बताया कि महोत्सव के दिन शाम को **महंत बाबूगिरी महाराज** के सान्निध्य में **महाआरती** के बाद **महाप्रसाद वितरण** शुरू होगा। इस अवसर पर **हनुमानजी महाराज को विशेष चोला** भी चढ़ाया जाएगा।

भक्तों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध

हर वर्ष की तरह इस बार भी अन्नकूट प्रसाद पाने के लिए **हजारों भक्तों की भीड़** उमड़ने की संभावना है।भीड़ प्रबंधन के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से **स्वयंसेवकों की टीम** बनाई गई है। भक्तों को कतार में खड़े होकर प्रसाद प्राप्त करने के दौरान किसी असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए **पानी, बैठने और सुरक्षा व्यवस्था** की विशेष तैयारियां की जा रही हैं।

हठीले हनुमान मंदिर में भी विशेष आयोजन

रेलवे स्टेशन स्थित श्री हठीले हनुमान मंदिर में भी वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा।मंदिर के मुख्य पुजारी **श्री बालकिशन शर्मा** ने बताया कि दीपावली के दूसरे दिन यानी 22 अक्टूबर को विभिन्न प्रकार की सब्जियां, चावल-चवले आदि का भोग **शाम 4:15 बजे महाआरती के पश्चात** लगाया जाएगा।मंदिर भक्त परिवार के सदस्य सुबह से ही तैयारियों में लगे हुए हैं, जबकि प्रसाद बनाने के लिए **बाहर से आई विशेष टीम** काम कर रही है।पुजारी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में मंदिर पहुंचकर **भोग एवं प्रसाद का लाभ** प्राप्त करें।

अन्नकूट का धार्मिक महत्व

अन्नकूट महोत्सव **गोवर्धन पूजा** के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र के अहंकार को तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठाया था और गोकुल वासियों की रक्षा की थी।

इस अवसर पर भगवान को अन्न, फल, सब्जियों और मिठाइयों से बने **छप्पन भोग** अर्पित किए जाते हैं, और उसके बाद भक्तों में **महाप्रसाद** वितरित किया जाता है।

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