ई-लॉटरी में भ्रष्टाचार के आरोप,: भाजपा ने कलेक्टर को सौंपी शिकायत, भूखंड आवंटन प्रक्रिया रोकने की मांग

भीलवाड़ा बीएचएन। नगर विकास न्यास द्वारा 16 अक्टूबर 2025 को निकाली गई भूखंड आवंटन की ई-लॉटरी अब विवादों में घिर गई है। प्रक्रिया में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भीलवाड़ा भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर तत्काल जांच और आवंटन प्रक्रिया रोकने की मांग की है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि नगर विकास न्यास द्वारा की गई ई-लॉटरी में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं।
ये सामने आई अनियमितता
० आवेदक की चुनी गई योजना के स्थान पर अन्य योजना में चयन,
० एक ही परिवार के कई सदस्यों का एक साथ चयन,
० एक ही व्यक्ति के नाम पर एक से अधिक भूखंड का चयन,
० आरक्षित श्रेणी में अन्य श्रेणी के आवेदकों का चयन,
० ई-लॉटरी प्रभारी रविश श्रीवास्तव की धर्मपत्नी एवं नगर विकास न्यास के कर्मचारियों या उनके परिजनों के नाम चयन जैसी शिकायतें शामिल हैं।
मेबाड़ा ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम द्वारा लाए गए सॉफ्टवेयर और डेटा फीडिंग प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ई-लॉटरी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध बताई गई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्र में कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रही पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन व्यवस्था की छवि को धूमिल कर रहा है।
भाजपा ने कलेक्टर के समक्ष रखी ये मांगे
० जांच पूरी होने तक भूखंड आवंटन की प्रक्रिया रोकी जाए और सभी आवेदन व दस्तावेजों को सील बंद कर कलेक्टर की निगरानी में रखा जाए।
० ई-लॉटरी प्रभारी अधिकारी रविश श्रीवास्तव को निलंबित किया जाए ताकि जांच प्रभावित न हो।
० आवेदकों की शिकायत दर्ज करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में अलग शिकायत विंडो खोली जाए।
मेवाड़ा ने पत्र में कहा कि भीलवाड़ा की जनता में ई-लॉटरी को लेकर नाराजगी और अविश्वास का माहौल है। ऐसे में जिला प्रशासन को पारदर्शिता बनाये रखने के लिए तत्काल प्रभाव से कदम उठान होंगे, ताकि जनता का सरकार पर भरोसा कायम रहे।
