मनीषा की मौत मामले में दूसरे दिन भी नहीं बनी बात —: परिजन धरने पर बैठ़ेे, नौकरी, मुआवजा व गिरफ्तारी की मांग

भीलवाड़ा बीएचएन । अंटाली गांव की युवती मनीषा रावणा राजपूत की संदिग्ध मौत को लेकर ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा दूसरे दिन भी शांत नहीं हुआ। शुक्रवार को परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी, मृतका के भाई को नौकरी, एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग पर अंटाली अस्पताल के पास धरना शुरू कर दिया। सुबह उन्होंने भीम-गुलाबपुरा हाईवे पर जाम भी लगाया।
धरनास्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष, समाजजन और युवा मौजूद रहे। हालात को देखते हुए एएसपी शाहपुरा राजेश आर्य और डीएसपी गुलाबपुरा जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस के साथ हुई वार्ता विफल रही और परिजन हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले शव नहीं लेने पर अड़े हैं। इस बीच, आनंदपाल सिंह के भाई मंजित सिंह भी धरनास्थल पहुंचे और पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
यह थी घटना
अंटाली निवासी मनीषा (19) पुत्री जयसिंह रावणा राजपूत 19 अक्टूबर को घर से बिना बताए निकली थी और उसके बाद से लापता थी। परिवार की ओर से गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। गुरुवार को उसकी लाश खारी नदी के पास उनके ही कुएं में मिली। पोस्टमार्टम तो गुरुवार देर शाम हो गया था, लेकिन परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। ऐसे में शव अभी मोर्चरी में रखा है।
परिजनों का आरोप
परिजनों का कहना है कि मनीषा की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है और पुलिस इस मामले कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उनका कहना है कि जब तक पुलिस हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती, तब तक वे धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे।
विफल रही पुलिस के साथ वार्ता
धरने और जाम की सूचना के बाद मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। पुलिस ने जांच के लिए कुछ समय मांगा, लेकिन परिजन और ग्रामीण तत्काल गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों पर अड़ेे हुए हैं। ऐसे में पुलिस के साथ परिजनों की यह वार्ता विफल रही। रात तक धरना जारी रहा।
ये रखी प्रमुख मांगे, फिल्हाल कोई निर्णय नहीं
आनंदपाल के भाई मंजीतपाल ने धरनास्थल पर मीडिया से बातचीत में कहा कि इस घटना में मृतका के परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा, परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी तथा इस मामले में शंभुगढ़ थाने के लापरवाह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकारी नौकरी नहीं मिल जाती, तब तक परिवार के इस सदस्य को हिंदुस्तान जिंक में नौकरी दी जाये। सिंह ने कहा कि मांगों से प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है, फिल्हाल कोई निर्णय नहीं हुआ। जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।
चार थानों की पुलिस तैनात
धरना प्रदर्शन को देखते हुए शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य, गुलाबपुरा पुलिस उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, गुलाबपुरा उपखंड अधिकारी दिव्य राज सिंह, सहित 4 पुलिस थानों व पुलिस लाइन का जाब्ता तैनात किया गया है।
