भीलवाड़ा–जयपुर एक्सप्रेसवे को मिलेगी रफ्तार, जमीन अधिग्रहण के आदेश: भीलवाड़ा के विकास की नई राह खुलेगी

भीलवाड़ा के विकास की नई राह खुलेगी
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भीलवाड़ा (हलचल)।

भीलवाड़ा से जयपुर को जोड़ने वाले प्रस्तावित 193 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के निर्माण को अब तेज़ी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस प्रोजेक्ट के साथ ही राजस्थान में बनने वाले “ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे” के लिए भी ज़मीन अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने एनएचएआई अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि भूमि अधिग्रहण का काम प्राथमिकता पर लेते हुए तुरंत शुरू किया जाए, ताकि एक्सप्रेसवे निर्माण में किसी प्रकार की देरी न हो। इस फैसले को एक्सप्रेसवे के लिए “सबसे अहम कदम” माना जा रहा है।

भीलवाड़ा के लिए क्यों अहम है यह एक्सप्रेसवे?

1. राजधानी से दूरी घटेगी, उद्योगों को बढ़ावा

भीलवाड़ा जिला टेक्सटाइल हब होने के साथ-साथ बड़े व्यापारिक केंद्र के रूप में पहचाना जाता है।

एक्सप्रेसवे बनने से भीलवाड़ा से जयपुर का सफर लगभग 4 घंटे तक सिमट सकता है, जिससे व्यापार, निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।

2. निवेश और रोजगार में वृद्धि

तेज़ और सुरक्षित सड़क संपर्क से

नए उद्योग,

वेयरहाउसिंग,

लॉजिस्टिक्स पार्क

भीलवाड़ा के आसपास विकसित होने की संभावना बढ़ जाएगी। इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

3. पर्यटन को भी मिलेगी रफ्तार

4. किसानों और ग्रामीण इलाक़ों को सीधा लाभ

ये मिलेगी सुविधा

क्या-क्या होगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में?

यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह नई जमीन पर बनाया जा रहा है।

इसमें शामिल होंगे—

6-लेन चौड़ी आधुनिक सड़क

हर 25–30 किलोमीटर पर सुविधाओं वाले कॉरिडोर

बेहतर सुरक्षा एवं एम्बुलेंस सेवाएं

हाई-स्पीड यात्रा के लिए अत्याधुनिक तकनीक

राजस्थान में बनेंगे 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे

1. कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 181 किमी लंबा होगा और किशनगढ़ में एनएच-48 और एनएच-448 से शुरू होकर काेटपूतली में पनायला एनएच-148बी तक जाएगा।

2. जयपुर-किशनगढ़-पचपदरा एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे लगभग 350 किलोमीटर लंबा होगा। यह जयपुर से शुरू होकर किशनगढ़, अजमेर, जोधपुर होते हुए पचपदरा तक जाएगा।

3. जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 193 किलोमीटर लंबा होगा। यह जयपुर रिंग रोड पर स्टेट हाईवे 12 से शुरू होकर भीलवाड़ा बायपास तक जाएगा।

4. बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 295 किलोमीटर लंबा होगा, जो बीकानेर में एनएच-11 और एनएच-62 के कटाव बिंदू से शुरू हाेकर काेटपूतली में एनएच-148बी पर पनियाला माेड को जोड़ेगा।

5. ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे अब भरतपुर से बगरू के पास तक ही बनेगा। बगरू के पास यह एक्सप्रेस-वे जयपुर-पचपदरा एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा, जो दूदू-ब्यावर के पास से होते हुए ही निकलेगा। पहले इसकी लंबाई 342 किलोमीटर थी, जो अब 270 किलोमीटर रह गई है।

6. जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 402 किमी लंबा होगा। यह जालाेर में अमृतसर-जामनगरइकोनॉमिक कॉरिडोर से शुरू हाेकर झालावाड़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा।

7. अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 390 किमी लंबा होगा। यह अजमेर से शुरू हाेकर बांसवाड़ा में सालिया गांव के पास एनएच-927ए को जोड़ेगा।

8. जयपुर-फलोदी एक्सप्रेस-वे: इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 345 किलोमीटर है। यह जयपुर में रिंगरोड से शुरू हाेकर फलोदी में एनएच-11 से जुड़ेगा।

9. श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेस-वे: यह एक्सप्रेस-वे 290 किमी लंबा होगा, जो श्रीगंगानगर में रीकाे इंडस्ट्रियल एरिया के बायपास से शुरू हाेकर काेटपूतली में नरनाैल बायपास पर जुड़ेगा।

एक्सप्रेसवे भीलवाड़ा जिले के कई ग्रामीण इलाक़ों से होकर गुजरेगा।

बेहतर सड़क नेटवर्क से किसानों के उत्पाद बड़े बाज़ारों तक आसानी से पहुँच सकेंगे।


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