भीलवाड़ा एसीबी की कार्रवाई: 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार,-भू-अभिलेख निरीक्षक फरार

80 हजार रुपये की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार,-भू-अभिलेख निरीक्षक फरार
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भीलवाड़ा बीएचएन । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को दूसरी बड़ी कारüवाई को अंजाम देते हुये आसींद तहसील क्षेत्र के पटवार हल्का जौधड़ास के पटवारी प्रदीपकुमार यादव को 80 हजार रुपये की रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि कालियास सकिüल का भू-अभिलेख निरीक्षक कृष्णकुमार अवस्थी कारüवाई की भनक लगने पर मौके से भाग निकला। बता दें कि आरोपित पटवारी रिश्वत लेने के लिए तहसील से निकल कर परिवादी को बदनौर के रास्ते पर ले गया और रास्ते में रिश्वत राशि बैग में रखवाने के बाद बैग लेकर निकल गया। इसके बाद एसीबी ने एक से डेढ़ किलोमीटर तक पीछा कर आरोपित को दबोच लिया।

एसीबी सूत्रों के अनुसार, आसींद क्षेत्र के एक परिवादी की जमीन ऑन लाइन गुजüर जाति के एक व्यक्ति के खाते में चढ़ गई। यह व्यक्ति उक्त जमीन को बैच रहा था। उसने एसडीएम के समक्ष दावा पेश किया। इस पर एसडीएम ने जांच कर रिपोटü पेश करने के निदेüश दिये। एसीबी के परिवादी से जौधड़ास पटवारी प्रदीप यादव व कालियास सकिüल का भू-अभिलेख निरीक्षक कृष्णकुमार अवस्थी राजस्व रेकाडü में दुरुस्तीकरण करने के आवेदन पर रिपोटü करने की एवज में एक लाख रुपये की मांग कर उसे परेशान कर रहे थे। बाद में परिवादी का इनके बीच 80 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। उधर, परिवादी यह रिश्वत पटवारी व भू-अभिलेख निरीक्षक को नहीं देना चाहता था। इसके चलते उसने एसीबी में शिकायत दी। इसका एसीबी ने सत्यापन करवाया। इसके बाद मंगलवार को ट्रैप की योजना तैयार की गई।परिवादी 80 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेकर तहसील कायाüलय पहुंचा, जहां पटवारी रिश्वत लेने के लिए परिवादी को बाइक पर बैठाकर बदनौर के रास्ते पर ले गया। जहां उसने परिवादी से रिश्वत राशि अपने बैग में रखवा ली। इसके बाद वह परिवादी को तहसील जाने की कहकर वहीं उतार दिया और खुद बाइक लेकर भागने लगा, जिसे एसीबी की टीम ने एक से डेढ़ किलोमीटर दूर तक पीछा कर दबोच लिया और रिश्वत के 80 हजार रुपये बरामद कर लिये। एसीबी का कहना है कि भू-अभिलेख निरीक्षक अवस्थी एसीबी की कारüवाई की भनक लगने पर भागने में सफल रहा, जिसकी एसीबी तलाश कर रही है।इस कारüवाई को एएसपी बृजराजसिंह चारण के निदेüशन में सीआई कल्पना राठौड़, गोपाल लाल, प्रहलाद, नेमीचंद, विनोद, प्रेम आदि शामिल थे।

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