मध्य प्रदेश से नागालैंड तक हिली धरती, अफगानिस्तान में भूकंप ने मचाई तबाही,650 लोगों की मौत और 500घायल

नई दिल्ली। रविवार की देर रात अचानक आए भूकंप के झटकों से लोग सहम गए। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और भारत के कई हिस्सों में धरती हिल गई।नंगरहार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी के अनुसार, अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांतों में रविवार रात आए भीषण भूकंप ने तबाही मचा दी है. रिपोर्ट्स के अनुसार इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 650 लोगों की मौत हो गई है,
जबकि 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया कि भूकंप का केंद्र कुनर प्रांत के हिंदू कुश क्षेत्र में था, जिसने नूरगल, सूकी, वतपुर, मानोगी और चपे-दरे जैसे दूरदराज के इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया है. स्थानीय अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि कई गांवों तक राहत और बचाव कार्यों की पहुंच अभी तक नहीं हो पाई है.
नेशनल सेंटर फॉर सिसमोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से करीब 23 किलोमीटर दूर था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 दर्ज की गई।
भारत में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में भूकंप महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि राहत की बात यह रही कि कहीं से भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली। अचानक देर रात आए झटकों ने लोगों को घबराने पर मजबूर कर दिया।
इससे पहले रविवार रात करीब 10:49 बजे नागालैंड में भी हल्के झटके महसूस किए गए थे। इनकी तीव्रता 2.9 मापी गई और केंद्र जमीन से करीब 10 किलोमीटर की गहराई में था। ये झटके इतने हल्के थे कि बहुत से लोगों को पता तक नहीं चला।
मध्य प्रदेश में भी झटके
रविवार को ही मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भी 3.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इसका केंद्र जमीन से लगभग 5 किलोमीटर की गहराई में था। हालांकि यहां भी किसी तरह की क्षति नहीं हुई
लेकिन देर रात आए अफगानिस्तान केंद्रित भूकंप के झटकों ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में दहशत फैला दी। अचानक हिली धरती से लोग सहमकर घरों से बाहर निकल आ
