दिल्ली में तूफानी बारिश ने तोड़ा 125 साल पुराना रिकॉर्ड,: पुणे के बारामती-इंदापुर में भारी बारिश, बाढ़ जैसी स्थिति ,NDRF की दो टीमें तैनात

रविवार को पुणे के बारामती और इंदापुर तहसीलों में भारी बारिश हुई, जिसके कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसके बाद जिला कलेक्टर के तत्काल अनुरोध पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को विशेष टीमों को तैनात करना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि बारामती तहसील में दिन में 83.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इंदापुर में यह आंकड़ा 35.7 मिमी रहा। दिल्ली में मई माह के मौसम ने शनिवार आधी रात के बाद एक बार फिर राजधानीवासियों को चौंका दिया। तेज आंधी के साथ रिकॉर्ड बारिश ने 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई।
'पुणे-सोलापुर राजमार्ग के एक हिस्से में जलभराव'
पुणे (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल ने बताया कि इंदापुर के पास पुणे-सोलापुर राजमार्ग का एक हिस्सा जलभराव के कारण करीब दो घंटे तक बंद रहा, लेकिन पानी कम होने के बाद यातायात फिर से शुरू हो गया। पुलिस और जिला अधिकारियों ने बताया कि इंदापुर के 70 गांवों और बारामती के 150 घरों में बारिश का पानी घुस गया, जिससे स्थानीय अधिकारियों को निवासियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मामले में एक अधिकारी ने बताया कि, 'जिला कलेक्टर की तत्काल मांग के जवाब में, एनडीआरएफ ने बारामती और इंदापुर में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए दो विशेष टीमों को तैनात किया। बारामती में, 19 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा। कटेवाड़ी में, जलमग्न घर में फंसे सात लोगों के परिवार को स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने बचाया। जलोची गांव में, मोटरसाइकिल के बह जाने के बाद एक नाले में फंसे रूपेश सिंह को फायर ब्रिगेड ने बचाया'।
वहीं एनडीआरएफ ने कहा, 'पानी की नहरों में दरार के कारण तैनाती की आवश्यकता थी, जिसके परिणामस्वरूप कई निचले आवासीय क्षेत्रों में गंभीर जलभराव हो गया। कारा नदी (बारामती) और नीरा नदी (इंदापुर) में बढ़ते जल स्तर ने जोखिम को और बढ़ा दिया, जिससे तत्काल निकासी की चिंता बढ़ गई। शुरुआत में, बारामती में सात और इंदापुर में दो लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी।' इसके बाद एनडीआरएफ की दोनों टीमों को शाम को यूनिट मुख्यालय से रवाना किया गया। इनमें प्रशिक्षित कर्मचारी शामिल हैं, जिनमें डीप डाइविंग सेट, बाढ़ जल बचाव (एफडब्ल्यूआर) गियर और मेडिकल फर्स्ट रिस्पॉन्स (एमएफआर) उपकरणों से लैस गोताखोर शामिल हैं। टीमों को तत्काल प्रतिक्रिया के लिए बारामती और इंदापुर भेजा गया। सभी फंसे हुए लोगों को बचा लिया गया है।'
दिल्ली में तूफानी बारिश ने तोड़ा
नई दिल्ली। पहेली बने मई माह के मौसम ने शनिवार आधी रात के बाद एक बार फिर राजधानीवासियों को चौंका दिया। तेज आंधी के साथ रिकॉर्ड बारिश ने 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई।
यह अलग बात है कि रात का समय होने और अगले दिन छुट्टी होने के कारण इस बार जनजीवन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। मौसम विभाग की मानें तो पूरे सप्ताह मौसम ऐसा ही रहेगा। नौतपा (25 मई से दो जून तक) के दिनों में भी गर्मी के तेवर हल्के रहेंगे। 31 मई तक पूर्वानुमान है कि रोजाना कमोबेश बादल छाए रहेंगे, हल्की बारिश होगी और तापमान भी कम रहेगा।
रविवार की सुबह जब दिल्लीवासी उठे तो गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो रही थी। आंधी-बारिश का यह दौर रात करीब एक बजे शुरू हुआ और सुबह साढ़े आठ बजे तक जारी रहा। लेकिन सबसे ज्यादा असर तीन बजे तक देखने को मिला। महज दो घंटे में 68.0 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
आंधी की रफ्तार 82 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई। इसके बाद सुबह साढ़े पांच बजे तक 13.2 मिमी और सुबह साढ़े पांच से साढ़े आठ बजे तक 0.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिली। इस दौरान हवा की गति भी बदलती रही। इससे पहले एक मई को आधी रात के बाद कमोबेश ऐसा ही मौसम देखने को मिला था। तब तीन घंटे में 77 मिमी बारिश हुई थी।
तापमान में उल्लेखनीय गिरावट
इस रिकॉर्ड बारिश और तूफान के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। रात 1.15 से 2.30 बजे के बीच तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग एयरपोर्ट पर तापमान 31.0 डिग्री से गिरकर 21.0 डिग्री, पालम में 29.0 डिग्री से गिरकर 22.0 डिग्री, पूसा में 31.8 डिग्री से गिरकर 20.5 डिग्री, लोधी रोड पर 31.0 डिग्री से गिरकर 22.3 डिग्री और भारत मंडपम में 31.4 डिग्री से गिरकर 21.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।