चित्तौड़गढ़: भाजपा नेता के शव को ले जा रही एंबुलेंस रोकी, SHO ने दिखाई पिस्तौल — परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर दिया धरना, शाम तक बनी सहमति

चित्तौड़गढ़, (हलचल) — शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र में उस समय हंगामा हो गया जब भाजपा नेता रमेश ईनाणी के शव को उदयपुर से लाने के बाद परिजन उसे घर ले जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने एंबुलेंस को रोक लिया। आरोप है कि इस दौरान सदर थाना SHO निरंजन प्रताप सिंह ने भीड़ को डराने के लिए पिस्तौल तान दी।
गुस्साए परिजन और समर्थक एंबुलेंस को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए। घटना के चलते शहर के कई हिस्सों में तनाव फैल गया। दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप से सहमति बनने पर धरना समाप्त कर दिया गया।
SHO ने दी सफाई
सदर थाना SHO निरंजन प्रताप सिंह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा—
> “प्रदर्शनकारी एंबुलेंस को कलेक्ट्रेट पर ले जा रहे थे। हमने उन्हें घर ले जाने को कहा था, लेकिन वे नहीं माने। भीड़ ज्यादा थी, ऐसे में पिस्टल गिर न जाए और किसी के हाथ में न आ जाए, इसलिए उसे अपने हाथ में रख लिया। मेरा मकसद किसी को धमकाना या किसी पर तानना नहीं था। मैंने किसी पर पिस्टल तानी नहीं थी। पिस्टल को तानने में और पकड़ने में पोजिशन में फर्क होता है।”
व्यापारियों ने बंद रखी दुकानें
शहर के मुख्य बाजारों गांधी चौक, सदर बाजार, नेहरू नगर, गोल प्याऊ चौराहा, कलेक्ट्रेट चौराहा, स्टेशन रोड और बस स्टैंड क्षेत्र की सभी दुकानें पूरी तरह बंद रहीं।
व्यापारियों ने कहा कि “रमेश ईनाणी की हत्या न सिर्फ व्यापारी वर्ग पर हमला है, बल्कि पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल है।”
हत्या और उसके बाद हुए हंगामे के चलते शहर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
प्रशासन ने सभी प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। अधिकारियों का कहना है कि हालात पर नजर रखी जा रही है और किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
यूपी से आए शूटर ने मारी गोली
हत्या के मामले में पुलिस ने बताया कि शूटर मनीष दुबे, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, ने रमेश ईनाणी पर गोली चलाई थी।
घटना के कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने उसे डिटेन कर लिया।
हालांकि, पुलिस का मानना है कि यह अकेले मनीष का काम नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक साजिश है।
मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस की कई टीमें जांच में जुटी हुई हैं।
