विवाह की शुभ घड़ी आई: 117 दिन बाद गूंजी खुशियों की शहनाई,पर लोगो को ये होगी परेशानी
भीलवाड़ा।देवशयनी एकादशी से विवाह पर लगी 117 दिनी रोक आज देवउठनी एकादशी पर हटने के साथ ही शादी कि शहनाइयां गूंज उठी और हलवाई, कैटरिंग, बैंड गार्डन, होटल, धर्मशाला के साथ वैवाहिक आयोजन के व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिल उठे हैं। वही आज दिवस समारोह के चलते कई जगह जाम की स्थिति का सामना करना पड़ेगा, भीलवाड़ा में अधिकांश शादी समारोह स्थल पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से यह परेशानी खड़ी होती है
वर्ष 2024 के अंतिम दो महीने में 16 मिश्रित मुहूर्त हैं। जानकारों द्वारा हर मुहूर्त 500 से 600 वैवाहिक आयोजनों का अनुमान लगाया जा रहा है। इसका कारण वैवाहिक आयोजन के लिए बुकिंग होना है। इसके चलते दीपावली और छठ पूजा के लिए गए स्टाफ को भी फटाफट वापस बुलवाया गया।
15 जुलाई को था विवाह का अंतिम मुहूर्त
पिछली बार 17 जुलाई को श्री हरि विष्णु के योग निद्रा में जाने के दो दिन पहले 15 जुलाई को विवाह का अंतिम मुहूर्त था। सनातन संस्कृति में चातुर्मास के चार माह वैवाहिक आयोजन नहीं किए जाते हैं।
वैवाहिक आयोजन की शुरुआत देवोत्थान एकादशी पर देवों के जागने के साथ होती है। इस बार नवंबर और दिसंबर को विवाह के शुद्ध और मिश्रित मुहूर्त पर बड़ी संख्या में वैवाहिक आयोजन होंगे। इसके लिए एक मुहूर्त पर करीब तीन बुकिंग विवाह संपन्न कराने वाले विद्वानों के पास है।
दिसंबर तक इन शुभ विवाह मुहूर्त में होगा गठबंधन
इस वर्ष नवंबर और दिसंबर में कई महत्वपूर्ण तिथियां हैं, जिन्हें विवाह के लिए विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है.
नवंबर में विवाह की शुभ तिथियां:
12 नवंबर (मंगलवार), 13 नवंबर (बुधवार), 16 नवंबर (शनिवार), 17 नवंबर (रविवार), 18 नवंबर (सोमवार), 22 नवंबर (शुक्रवार), 23 नवंबर (शनिवार), 25 नवंबर (सोमवार), 26 नवंबर (मंगलवार), 28 नवंबर (गुरुवार), 29 नवंबर (शुक्रवार).
दिसंबर में विवाह की शुभ तिथियां:
4 दिसंबर (बुधवार), 5 दिसंबर (गुरुवार), 9 दिसंबर (सोमवार), 10 दिसंबर (मंगलवार), 14 दिसंबर (शनिवार), 15 दिसंबर (रविवार).
जनवरी महीने में विवाह के लिए 10 दिन शुभ :
नए साल के शुरू होने पर लोग आने वाले महीनों में शुभ मुहूर्त में विवाह और अन्य तरह के मांगलिक कार्य करते हैं।
जनवरी 16 (बृहस्पतिवार), जनवरी 17 (शुक्रवार), जनवरी 18 (शनिवार), जनवरी 19, (रविवार), जनवरी 20 (सोमवार), जनवरी 21 (मंगलवार), जनवरी 23 (बृहस्पतिवार),
जनवरी 24, (शुक्रवार), जनवरी 26 (रविवार), जनवरी 27 (सोमवार).
इन चार दिन रहेगी विशेष तिथियां
22 और 23 नवंबर के बाद 9 और 10 दिसंबर की तिथियां विशेष रूप से अत्यधिक शुभ मानी गई हैं. इस दौरान पूरे दिन और रात विवाह के लिए उत्तम मुहूर्त उपलब्ध रहेंगे, जो इसे एक आदर्श समय बनाते हैं. दिसंबर की 14 तारीख को केवल दिन का समय ही विवाह के लिए अनुकूल है, क्योंकि शाम के बाद खरमास शुरू हो जाएगा, जिसके कारण मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है.
शुभ मुहूर्त का महत्व
प्राचीन काल से, लोगों का मानना है कि वर वधु की खुशी के लिए विवाह सदैव एक शुभ दिन पर किया जाना चाहिए. यह संभवतः सबसे पुराने अनुष्ठानों में से एक है जिसे आज तक व्यापक रूप से सम्मान दिया जाता है. शादी -विवाह जैसेस बड़े अनुष्ठान को सफल बनाने के लिए पहले से कुंडली मिलान किया जाता है और शादी का शुभ मुहूर्त विचारा जाता है. जब शादी उसी मुहूर्त में की जाती है तब शादी को पूर्ण और सफल माना जाता है. शुभ मुहूर्त में विवाह करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. भारतीय समाज में बिना मुहूर्त के विवाह करना अशुभ माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं.
शादी की बुकिंग जोरों पर
देवउठनी एकादशी के साथ ही शादी की तैयारियों का दौर भी जोर पकड़ लेता है. शादी भवन, बैंड-बाजा और कैटरिंग सेवाओं में बुकिंग की होड़ लगी हुई है. कैटरिंग, डेकोरेशन और बैंड-बाजा से लेकर फोटोग्राफी और अन्य सेवाओं के लिए भी बड़ी संख्या में लोग बुकिंग कराने में जुटे हुए हैं. शादी भवनों की मांग इतनी बढ़ चुकी है कि लोग कुछ महीनों पहले से ही बुकिंग करवाने लगे हैंअगले महीने विवाह पर फिर लगेगी रोक
15 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक धनु मलमास रहने से विवाह नहीं होंगे।
ये होगी परेशानी
भीलवाड़ा में आज से शादी की धुन शुरू होने के साथ ही समस्या खड़ी होगी। पुर रोड पर आधा दर्जन से ज्यादा शादी समारोह स्थलों पर आने वाले लोगों के वाहन सड़कों पर ही पार्क किए जाएंगे जिससे यातायात प्रभावित होगा पुराना आरटीओ रोड नेहरू रोड गांधीधाम रोड के साथी कई ऐसे समारोह स्थल है जहां पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से सड़कों पर ही वाहन पार्क किए जाते हैं जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है