जल जीवन मिशन घोटाला में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, पांच फरार आरोपी गिरफ्तार

जयपुर। राजस्थान में सामने आए करीब 900 करोड़ रुपए के जल जीवन मिशन घोटाले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी सफलता हासिल की है। एसीबी जयपुर मुख्यालय की टीम ने इस मामले में लंबे समय से फरार चल रहे पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी आरोपी चालान पेश होने के बाद से फरार थे और लगातार गिरफ्तारी से बचते फिर रहे थे।
एसीबी को इस घोटाले में भ्रष्टाचार की आशंका पर कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जानकारी मिली थी, जिन्हें सर्विलांस पर लिया गया। मोबाइल पर हुई बातचीत के विश्लेषण के बाद एसीबी ने इन लोगों की भूमिका तय की और उन्हें आरोपी बनाया। पुख्ता सबूत मिलने के बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए पांचों को दबोच लिया।
एसीबी के महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में महेश कुमार मित्तल, उसका बेटा हेमंत मित्तल उर्फ गोलू, पीयूष जैन, उमेश कुमार शर्मा और गोपाल कुमावत शामिल हैं। महेश कुमार मित्तल गणपति ट्यूबवेल फर्म का प्रोपराइटर है। पीयूष जैन श्याम ट्यूबवेल फर्म का मालिक है। उमेश कुमार शर्मा इसी फर्म में मैनेजर और लाइजनिंग ऑफिसर की भूमिका निभा रहा था। वहीं गोपाल कुमावत पीएचईडी का तत्कालीन लेखाधिकारी रहा है।
एसीबी की टीम फिलहाल सभी आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान घोटाले से जुड़े कई और अहम खुलासे होने की संभावना है। एसीबी पूरे नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी बारीकी से जांच कर रही है।
