7 मई को देशभर में बजेंगे हवाई हमले वाले सायरन, ‘मॉक ड्रिल’ से युद्ध जैसी 10 तैयारियों की होगी रिहर्सल

नई दिल्ली । पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों को सबक सिखाने वाली संभावित कार्रवाई और उसके बाद की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी तेज हो गई है। गृह मंत्रालय ने राज्यों को 7 मई को व्यापक नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि विदेशी हमले की स्थिति में आपातकालीन तैयारी को परखा और सुदृढ़ किया जा सके। यह अभ्यास देशभर में चिह्नित 244 ‘नागरिक सुरक्षा जिलों’ में आयोजित होंगे।
इस बीच, सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) से संबंधित संसदीय समिति ने उन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा जिनके पोस्ट राष्ट्रविरोधी प्रतीत होते हैं। समिति ने सरकार को इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने और उसकी रिपोर्ट 8 मई तक पेश करने का निर्देश दिया है। समिति ने यह भी रेखांकित किया कि पहलगाम हमले के बाद इस्लामोफोबिक और कश्मीर विरोधी प्रवृत्तियां सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रही हैं, जिससे सांप्रदायिक तनाव और अधिक बढ़ सकता है।
दस तरह के अभ्यास होंगे
1- हवाई हमले की चेतावनी सायरनों का संचालन किया जाएगा।
2- विद्यार्थियों को नागरिक सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
3- तत्काल ब्लैकआउट का अभ्यास, ताकि हमलों के दौरान दृश्यता कम की जा सके।
4- महत्त्वपूर्ण ढांचों को छिपाना, ताकि दुश्मन की नजरों से बचाया जा सके।
5- निकासी योजना का पूर्वाभ्यास, ताकि आपात स्थिति में तुरंत सुरक्षित निकल सकें।
6- भारतीय वायु सेना के साथ हॉटलाइन/रेडियो संचार लिंक का संचालन।
7- वार्डन सेवाओं, अग्निशमन सहित नागरिक सुरक्षा सेवाओं की सक्रियता जांचना।
8- नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण करना।
9- बंकरों और खाइयों की सफाई करना।
10- नागरिक सुरक्षा योजनाओं को अपडेट करना एवं उनका पूर्वाभ्यास