जिला जेल में आरएसी जवान की सर्विस राइफल से गोली लगने से मौत , भाई ने बताया—दुर्घटनावश चली गोली

जिला जेल में आरएसी जवान की सर्विस राइफल से गोली लगने से मौत , भाई ने बताया—दुर्घटनावश चली गोली
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भीलवाड़ा। जिला जेल की बाहरी सुरक्षा में तैनात आरएसी के जवान रामकिशोर की वॉच टावर पर ड्यूटी के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। गोली उनकी सर्विस राइफल एसएलआर से चली। घटना शनिवार देर रात की है। मृतक के भाई नानूराम जाट ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि यह हादसा दुर्घटनावश हुआ। कोतवाली पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया और जांच शुरू कर दी है।

ड्यूटी खत्म होने से पहले चली तीन गोलियां

जेल अधीक्षक शैलेंद्र सिंह फौजदार ने बताया कि बांदरसिंदरी थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी आरएसी की 13वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल रामकिशोर मोडिवाल (37) जिला जेल की बाहरी सुरक्षा में तैनात थे। शनिवार शाम छह से रात दस बजे तक उनकी ड्यूटी वॉच टावर पर थी। रात करीब दस बजे ड्यूटी खत्म होने से कुछ देर पहले उनकी राइफल से तीन गोलियां चलीं, जिनमें से एक गोली उनके सीने में लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

ड्यूटी रिलीव करने पहुंचे कांस्टेबल बाबूलाल ने आवाज देने पर जब कोई जवाब नहीं मिला, तो टावर पर जाकर देखा। वहां रामकिशोर का शव खून से लथपथ मिला। उन्होंने तुरंत जेल प्रशासन और पुलिस को सूचना दी। पुलिस व अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया, जहां रविवार सुबह पोस्टमार्टम हुआ।

राइफल ऑटोमैटिक मोड पर थी

कोतवाली पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि एसएलआर राइफल ऑटोमैटिक मोड पर थी। इससे एक साथ तीन गोलियां चलीं। एक गोली रामकिशोर के सीने में बाईं ओर लगी और पीछे से निकल गई, जबकि दो राउंड हवा में गए। दो गोलियों के खोल वॉच टावर पर और एक खोल नीचे मिला।

दो बेटियों का पिता था जवान रामकिशोर

रामकिशोर अपने पिता की चार संतानों में एक थे। उनकी दो बेटियां ऋषिका (8) और कोमल (4) हैं। पिता खेती करते हैं। बड़ा भाई नानूराम की पत्नी रेखा चौधरी जयपुर में आपदा प्रबंधन बटालियन में कॉन्स्टेबल हैं। जानकारी के अनुसार, रामकिशोर अवकाश पर थे और शनिवार को ही ड्यूटी पर लौटे थे।

परिवार में मचा कोहराम, चचेरे भाई ने कहा, सुसाइड नहीं

एयरफोर्स में तैनात चचेरे भाई ओमप्रकाश ने घटनास्थल देखने के बाद कहा कि परिस्थितियां संदिग्ध हैं और यह आत्महत्या नहीं लगती। वहीं बड़े भाई नानूराम ने पुलिस को दी रिपोर्ट में लिखा कि गोली दुर्घटनावश चली थी। इसी आधार पर पुलिस जांच कर रही है।

शनिवार को ही गांव से लौटे थे

परिजनों ने बताया कि रामकिशोर दो दिन पहले छुट्टी में गांव आए थे। उन्होंने परिवार के साथ समय बिताया और भजन संध्या में भी शामिल हुए थे। परिजनों का कहना है कि उन्होंने किसी भी तरह की परेशानी या मानसिक तनाव की बात नहीं की थी।

पता नहीं कौनसी रात आखिरी...ये थी आखिरी पोस्ट

आरएसी के जवान रामकिशोर की सोशल साइट फेसबुक आईडी पर शनिवार को घटना से करीब 3 घंटे पहले पोस्ट की गई। पोस्ट में लिखा था- जिंदगी में जब भी अवसर मिले तो उसका पूरा आनंद लेना चाहिए क्योंकि यह ज्ञात नहीं है कि कौन सी रात आखिरी रात होगी?

पुलिस जांच जारी

कोतवाली पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा है कि फोरेंसिक रिपोर्ट और सर्विस राइफल की जांच के बाद ही घटना की वास्तविक वजह स्पष्ट हो सकेगी।

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