ACB ने अपने ही घर में की कार्यवाही: ASP और 2 दलाल रिश्वत मामले में गिरफ्तार,13 लाख बरामद, मचा हड़कंप

जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अपने ही विभाग के एक बड़े अधिकारी को डरा धमका कर अवैध वसूली करने के मामले में दो दलालों के साथ गिरफ्तार किया है उनसे करीब 13 लख रुपए की नगदी भी बरामद हुई है एसीबी की इस कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मचा हे।
एसीबी के महानिदेशक डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को यह सूचना प्राप्त हो रही थी कि सवाई माधोपुर जिले में रामराज मीणा द्वारा अवैध बजरी के खनन को संरक्षण देने के लिए विभागों के अधिकारियों व दलालों के माध्यम से सांठ-गांठ कर अवैध राशि ईकट्ठा कर अधिकारियों को पहुंचाई जा रही है. साथ ही बजरी खनन माफियाओं को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रामराज मीणा के मोबाईल नम्बर के कॉल रिकॉर्ड से यह साफ होता है कि रामराज मीणा और ASP सुरेंद्र शर्मा लोकसेवकों को कार्रवाई की भय दिकाकर रिश्वत राशि प्राप्त की जा रही है.
इतना ही नहीं सुरेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा अपने पद और अधिकारों का प्रभाव दिखाते हुए शराब के ठेकेदारों से अवैध शराब की बोतले प्राप्त की गई. रामराज मीणा और प्रदीप उर्फ बन्टी के माध्यम से डीटीओ / सरकारी अधिकारियों से मंथली बंधी की राशि प्राप्त करके सुरेन्द्र कुमार शर्मा को समय-समय पर रिश्वत राशि पहुंचाई गई. सुरेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा अपने दलालों के माध्यम से सवाई माधोपुर जिले के पुलिस अधिकारियों से भी रिश्वत राशि मांगने व प्राप्त करने के भी तथ्य आये हैं.
सुरेंद्र कुमार शर्मा सवाई माधोपुर में एएसपी एसीबी लगा हुआ था, जिसे हाल ही में जयपुर में अटैच किया गया था। एसीबी की टीम ने एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा को जयपुर मुख्यालय से ही गिरफ्तार किया है।
वहीं दलाल प्रदीप कुमार उर्फ बंटी पारीक को जयपुर में प्रतापनगर स्थित एक होटल से पकड़ा है। एसीबी ने उसके पास से 11 लाख रुपए की रकम बरामद की। वहीं दूसरे दलाल रामराज मीणा को 2 लाख कैश के साथ सवाई माधोपुर से पकड़ा है। फिलहाल तीनों से पूछताछ की जा रही है।
होगा बड़ा खुलासा
प्रारंभिक साक्ष्यों के आधार पर ACB ने सुरेंद्र शर्मा, रामराज मीणा और प्रदीप पारिक को डिटेन कर पूछताछ शुरू कर दी है. इनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं 7, 7A, 8, 11, 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की गहन जांच के लिए ACB की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है और संबंधित विभागों से दस्तावेज भी तलब किए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि एसीबी अब अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रिश्वत की राशि बरामद करेगी, जिसमें और भी बड़े खुलासे होंगे.
एसीबी की इस कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों और कुछ नेताओं में हड़कंप मचा हे। जिनके इस तरह के काम में लिफ्ट होने की चर्चा हे। एक विधायक पहले ही एसीबी के जाल में आ चुका हे अब अधिकारी ....!