बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा की मांग को लेकर भीलवाड़ा के बाजार बन्द: संत समाज ने हजारों सनातनियों के साथ निकाली रैली
- हिंदू समाज की रक्षा के लिए संतों ने उठाई माला और भाला
- अनागरिकता वाले मुसलमानों को निकाले देश से बाहार
- राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
भीलवाड़ा । बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद वहां हिंदुओं पर अत्याचार और मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध में आज संत समाज के आव्हान पर भीलवाड़ा के बाजार आधे दिन के लिए बन्द रहे। इस दौरान संत समाज ने हजारों लोगों के साथ एक रैली निकाली और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की दिशा में कदम उठाने के साथ ही भारत की नागरिकता नहीं होने वाले मुसलमानों को देश से बाहर निकालने की भी मांग की है।
पिछले दिनों बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद वहां हिंदुओं पर अत्याचार हुआ है। यही नहीं वहां कई मंदिर तोड़े गए है। संत समाज के आव्हान पर विरोध में आज भीलवाड़ा के बाजार बन्द रखे गए है। बन्द के दौरान बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। हरिशेवा धाम के महंत हंसराम उदासीन, संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरी महाराज के साथ ही अन्य संत महंतों की अगुवाई में शहीद चौक से एक रैली निकाली गई। रैली में विधायक अशोक कोठारी के साथ ही हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए । रैली बड़े मंदिर, महाराणा टॉकीज, गोल प्याऊ चौराहा, स्टेशन चौराहा होते हुए कलेक्ट्री पहुंची। जहां प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया।
इस मौके पर महामण्डलेश्वर हंसराम महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अत्याचार को लेकर आज भीलवाड़ा में शांतिपूर्ण बन्द रखा गया। बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों, महिलाओं और लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है। निर्मम हत्याएं हो रही है इससे हम सभी सकते में है। भीलवाड़ा का संत समाज, सनातन समाज द्वारा बाजार बन्द करवाकर विरोध जताया है और मांग की कि भारत सरकार तुरंत प्रभाव से कदम उठाकर बांग्लादेश में हिंदू समाज की लोगों की हत्या, प्रतिष्ठानों पर तोडफ़ोड़ को बन्द करायें व विश्व पटल पर आवाज बुलंद करें। हिंदुओं के जान माल की रक्षा करें। उन्होंने यह भी मांग की कि बांग्लादेश से जो भी हिंदू भारत आ रहे है उनके लिए नागरिकता व व्यवस्था करें।
संतों ने उठाई माला और भाला
महामण्डलेश्वर ने कहा कि आज भीलवाड़ा शहर में संत समाज आज सड़कों पर निकले है। आज अगर संतों ने माला और भाला दोनों लिया है तो यह समझ लें कि संत समाज चेतन हो गया है। सनातन समाज आज सड़कों पर उतरा है, हमारी नम्र प्रार्थना है कि पूरे हिंदू समाज की रक्षा करें। उन्होंने भारत के अन्दर रोहिंग्या और मुसलमानों के साथ ही बांग्लादेशी रह रहे है जिनकी नागरिका नहीं है उन्हें तुरंत प्रभाव से भारत से निकाला जाये। नहीं तो संत समाज फिर आन्दोलन करेगा और इसे पूरे विश्व पटल उठायेगा।