गुजरात में पूर्व एमएलए के बंगले में मारपीट के बाद भीलवाड़ा का छात्र हुआ लापता, 55 किलोमीटर दूर मिला शव, अपहरण के बाद हत्या का पिता ने जताया शक
भीलवाड़ा बीएचएन । भीलवाड़ा जिले के जबरकिया गांव के एक छात्र के साथ गुजरात के राजकोट जिले के गोंडल इलाके में एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने गंभीर मारपीट की। बचाव में गये पिता को भी पीटा गया। घर लौटने के बाद छात्र संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया, जिसकी लाश गौंडल से करीब 55 किलोमीटर दूर मिली। छात्र के पिता का आरोप है कि पूर्व एमएलए के लोगों ने कथित तौर पर उसके बेटे को अगवा करने के बाद मार डाला ( Bhilwarcrimenews) और हत्या को एक्सीडेंट का रुप देने के लिए सडक़ पर फैंक दिया। पिता ने गोंडल पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
भीलवाड़ा के कारोई थाने के जबरकिया निवासी रतनलाल जाट ने दूरभाष पर बीएचएन को बताया कि पिछले 20-25 साल से गुजरात के राजकोट जिले के गोंडल में रहकर पावभाजी का धंधा करते हैं। उनका इकलौता बेटा राजकुमार 24 भी उनके साथ ही गोंडल में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। राजकुमार की स्टेडी के लिए पिता ने अलग कमरा ले रखा था।
रतन लाल ने बताया कि 2 मार्च को रविवार होने से पावभाजी जल्दी खत्म हो गई थी। इसके चलते बेटे राजकुमार ने मंदिर जाने के लिए कहा था। शाम को वह, बाइक पर बेटे के साथ मंदिर जा रहे थे। बाइक राजकुमार चला रहा था, जबकि वे पीछे बैठे थे। गोंडल में भोले चौक पर एक जंप है, जहां पूर्व एमएलए जयराजसिंह का बंगला है। ब्रेकर पर बाइक धीरे चलाने की बात रतन ने बेटे से कही। इसके बाद ब्रेकर पर वे, उतर गये, जबकि राजकुमार बाइक लेकर आगे बढ़ गया जो बाइक को पुन: घूमाकर लाया। इसी दौरान वहां दो-चार लोग खड़े थे। ये लोग आये और राजकुमार को पूर्व एमएलए के बंगले में ग्राउंड फ्लोर में ले गये। जहां 10-15 लोग खड़े थे। इसके बाद रतन लाल भी जैसे-तैसे बाहर से अंदर गये। रतन ने बताया कि उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि उसके बेटे ने क्या किया, जो उसे अंदर लाये हो। इस पर मौजूद लोगों ने उन्हें दो कुर्सियां लगवाई। इन कुर्सियों पर रतन लाल व उसके बेटे राजकुमार को बैठा दिया। इसके बाद सभी लोग उन्हें घेर कर खड़े हो गये। ये लोग सवाल करने लगे कि कौन हो, किधर आ-जा रहे हो। इतने में मौजूद लोगों में से एक बोला, यह रतन पावभाजी वाला है।
इसके बाद इन लोगों ने उनसे पूछा कि कहां जा रहे थे। इस पर रतन ने कहा वे मंदिर जा रहे थे। सवाल-जवाब के बीच एक व्यक्ति राजकुमार पर टूट पड़ा। सभी लोग मारपीट करने लगे। रतन लाल ने कहा, मैं बचाव करने गया तो मेरे साथ भी मारपीट की। काफी देर तक इन लोगों से हाथा-जोड़ी और मिन्न्नतें की। इसके बाद करीब आधा दर्जन लोग राजकुमार को उठाकर बाहर लाये और बाइक पर बैठा दिया। इसके बाद पिता-पुत्र घर चले गये। जहां राजकुमार अपने कमरे में, जबकि रतन लाल अपने कमरे में सो गया।
रतन का आरोप है कि मारपीट करने वाले लोग पीछा करते हुये घर तक आये। सुबह रतन कमरे में नहीं मिला। उसकी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इस बीच, चार मार्च को राजकुमार का शव 55 किलोमीटर दूर कुवाड़वा में सडक़ पर मिला। जिसे पुलिस ने अज्ञात शव मानकर सिविल हॉस्पिटल में रखवा दिया था। 5 मार्च को रतन ने पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट दी। पुलिस अधीक्षक ने रिपोर्ट स्वीकार कर गोंडल थाना प्रभारी को फोन कर लापता राजकुमार की तलाश कर कार्रवाई के निर्देश दिये। रतन का आरोप है कि जब वह गोंडल पुलिस के पास पहुंचा तो उसे बैठाये रखा। कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की। बस यह कहते रहे कि एक-दो दिन में उसे ढूंढ लायेंगे। बाद में नौ मार्च को राजकुमार का शव सिविल हॉस्पिटल में होने की सूचना पुलिस ने दी। रतन लाल का आरोप है कि मारपीट करने वाले लोगों ने ही उसके इकलौते बेटे को कथिततौर पर अगवा कर उसकी हत्या कर दी। रतन लाल ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। रतन लाल ने बताया कि वे अपने बेटे का शव लेकर गांव के लिए रवाना हो गये हैं।
सीसी टीवी फुटेज भी चेक नहीं की पुलिस ने
रतन लाल का कहना है कि जहां उसके व बेटे के साथ मारपीट हुई, वहां सीसी टीवी कैमरे लगे हैं, जिनकी फुटेज चेक करने की पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने कोई फुटेज चेक नहीं की।
फुटेज में दिखाया युवक नहीं था राजकुमार
रतन लाल ने बताया कि पुलिस ने एक फुटेज दिखाया, जिसमें एक युवक जाता हुआ दिखा, जिसे पुलिस ने राजकुमार बताया, लेकिन वह राजकुमार नहीं था। किसी और को राजकुमार के कपड़े पहना कर जाते हुये दिखाया गया है। रतन लाल ने बेटे की हत्या के पीछे गहरी साजिश की बात कही है।
इकतौला बेटा था राजकुमार, यूपीएससी की कर रहा था तैयारी
रतन लाल ने बताया कि राजकुमार उनका एक ही बेटा और दो बहनों का इकलौता भाई था। उसने दिल्ली में कोचिंग की। उदयपुर कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अब वह पिता के साथ गोंडल में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था।