फांसी की सजा मिलने के बाद भी चैन की नींद सोये दोनों भाई
भीलवाड़ा (राजकुमार माली)। गैंगरेप और भट्टी हत्याकांड के दोनों आरोपियों को मंगलवार को फांसी की सजा सुनाए जाने के बावजूद भीलवाड़ा कारागृह में उन्होंने रात को चैन की नींद निकाली। आज दोनों को जयपुर कारागृह में स्थानांतरित कर दिया गया है।
जेल सूत्रों के अनुसार सोमवार को कोटड़ी क्षेत्र में एक नाबालिग का गैंगरेप और उसके बाद हत्या कर लाश को भट्टी में जला देने के आरोपी काना और कालू कालबेलिया को फांसी की सजा सुनाई गई थी। सजा सुनने के बाद भी दोनों पर ज्यादा कोई असर दिखाई नहीं दिया और बीती रात को दोनों ने रोजमर्रा की तरह जेल में नींद निकाली। नियमों के अनुसार फांसी की सजा पाए दोनों आरोपियों को आज भीलवाड़ा से जयुपर जेल कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया है।
जेलर ने बताया कि कल अदालत से जेल में आते समय भी चेहरे पर कुछ उदासी जरूर थी लेकिन शिकन नजर नहीं आई। उन्होंने रोज की तरह अन्य कैदियों के साथ रात को भोजन किया। सुबह जयपुर जाते समय भी उनके चेहरे पर ना कोई उदासी और ना कोई रोना था।
कड़ी सुरक्षा में रहेंगे
सजा सुनाये जाने के बाद जब कोर्ट से आरोपियों को जेल ले जाया गया तो इनके चेहरे पर किसी तरह की कोई शिकन तक नहीं थी और न डर। रात में भी अन्य केदियो की तरह टीवी देखी, खाना खाया और सो गए। सुबह जल्दी उठाकर इन्हे कड़ी सुरक्षा के बीच जयपुर ले जाया गया। जेल सूत्रों के अनुसार इन दरिंदो को वहां भी कड़ी निगरानी में रखा जायेगा।