भीलवाड़ा में ईट भट्टों का संचालन होगा 1 दिसंबर से ,30 नवम्बर तक रहेंगे बंद

भीलवाडा, । भीलवाड़ा जिले में स्थित ईट भट्टों के संचालन की अवधि को निर्धारित एवं नियमित करने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय के सभागार में सोमवार को जिले में स्थित भिन्नी ईट भट्टों इकाईयों एवं संबंधित संगठन के पदधिकारियों के साथ क्षेत्रिय अधिकारी दीपक धनेटवाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में लगभग 70 ईट भट्टा मालिकों ने भाग लिया।
ईंट भट्टों में फॉयरिंग गतिविधियों की अवधि के संबंध में क्षेत्रीय जिला ईंट भट्टा संघों एवं जनप्रतिनिधियों की विभिन्न मांगों को ध्यान में रखते हुए मण्डल द्वारा आदेश दिनांक 13.11.2025 को यह निर्णय लिया गया था कि ’ईट भट्टों की फॉयरिंग गतिविधियों की अवधि का निर्धारण क्षेत्रीय भौगोलिक परिस्थितियों में भिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारियों के स्तर पर लिया जायेगा।
बैठक में क्षेत्रिय अधिकारी दीपक धनेटवाल ने एक-एक कर ईट भट्टा मालिकों से भीलवाड़ा जिले में ईट भट्टों के संचालन हेतु उपयुक्त समय अवधि की जानकारी ली गई। चिमनी ईंट भटटा एसोसियेशन के सचिव दिनेश पारीक, एवं उपाध्यक्ष लादुलाल पहाडिया ने पक्ष रखते हुए बताया कि भीलवाड़ा के सीमावर्ती जिलों चित्तौडगढ़, बूंदी, राजसंमद, उदयपुर इत्यादि में 01 दिसम्बर 2025 से 31 मई 2026 तक छः (6) माह के लिए ईट भट्टों का संचालन किया जाना प्रस्तावित है। अतः भीलवाड़ा जिले के भट्टों के भी इसी अवधि में चलाने हेतु अनुमत किये जाने की मांग की गई। क्योकि सभी का मार्केट संयुक्त है।
क्षेत्रीय अधिकारी ने सभी भट्टा इकाईयों के प्रतिनिधि मंडल की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया कि जिला भीलवाड़ा में स्थित वह सभी ईट भटटें जो कि राज्य मण्डल से वैध सम्मति प्राप्त है, एवं प्रदूषण नियंत्रण की सभी शर्तों की पालना की हुई है, उनकी संचालन अवधि 01 दिसबंर से 31 मई तक रहेगी एवं किसी भी स्थिति में कोई ईट भट्टा 1 जून से 30 नवम्बर की अवधि में संचालित नहीं किये जायेगे।
इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा यह भी निर्धारित किया गया कि, राज्य मण्डल से बिना सम्मति प्राप्त पाये जाने वाले अवैध ईट भट्टों को तुरंत प्रभाव से चिन्हित कर बन्द कराने के आदेश भी जारी किये जायेगे, उन्होंने बताया कि इस संबंध में विस्तृत आदेश शीघ्र जारी किये जा रहे है।
