भीलवाड़ा सहित कई जिलों में आतंक का पर्याय बने चेनस्नेचर पूनम चन्द्र को कांस्टेबल निहार ने दबोचा, 25 वारदातों का खुलासा

भीलवाड़ा सहित कई जिलों में आतंक का पर्याय बने चेनस्नेचर पूनम चन्द्र को कांस्टेबल निहार ने दबोचा, 25 वारदातों का खुलासा
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भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल। भीलवाड़ा के साथ ही अजमेर, ब्यावर, चित्तौडगढ़ सहित अन्य शहरों में चेन लूट की वारदातों को अंजाम देकर आतंक का पर्याय बन चुके जौधपुर के पूनमचंद उर्फ पीयूष आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस शातिर को सुभाषनगर थाने के कांस्टेबल निहार सिंह ने पकड़ा है। आरोपित से पूछताछ में चेनस्नेचिंग की 25 वारदातों का खुलासा हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने भीलवाड़ा के साथ ही अजमेर, ब्यावर, चित्तौडगढ़ सहित अन्य शहरों में चैन स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों की गंभीरता को देखते एएसपी (मुख्यालय) पारस जैन, डीएसपी श्यामसुन्दर विश्नोई के निर्देशन और सुभाषनगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर अनट्रेस वारदातों में सीसीटीवी फुटेज के हुलिये के आधार पर चेनस्नेचर की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे।

कांस्टेबल की पड़ी नजर, पीछा कर दबोचा, गिरने से आई चोटें

गठित टीम का सदस्य कांस्टेबल निहार सिंह 13 मार्च को गश्त पर थे। गणेश तिराहा पहुंचने पर निहार को डीएसटी के कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह मिले। दोनों आपस में चर्चा कर रहे थे, तभी पीछे से बिना नंबरी पल्सर आई, जिसका चालक हेलमेट पहने था, जो तेज रफ्तार से बाइक को भगाता हुआ निकला। चैन स्नेचिंग की वारदात करने वाले सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त फोटो व हुलिया से मिलता हुआ नजर आया, जो चेनस्नेचर से मिलते हुई तो उसने स्पीड बढ़ा दी। दोनों कांस्टेबल ने अपनी-अपनी बाइक से पीछा किया। चेनस्नेचर को शंका होने पर अपनी पावर बाइक मोटरसाईकिल की स्पीड बढ़ा दी।कांस्टेबल निहार कड़वा व भूपेन्द्र सिंह ने धैर्य, साहस व सूझबूझ का परिचय देते हुए पीछा किया। कांस्टेबल निहार ने उक्त व्यक्ति को पकड़ा। पकड़ा-धकड़ी में दोनों नीचे गिर गये, जिससे उन्हें चोटें आई।

धक्का मारकर भागने का किया प्रयास

चेनस्नेचर ने पकड़े जाने के बाद कांस्टेबल निहार को धक्का देकर भागने का प्रयास किया, लेकिन निहार ने साहस दिखाते हुये पीछा कर उसे पकड़ लिया। इसी दौरान कांस्टेबल भूपेंद्र भी आ गया। इसके बाद यह बदमाश, इन दोनों कांस्टेबलों से गुत्थम-गुत्था होकर भागने लगा, लेकिन दोनों कांस्टेबल ने उसे भागने का मौका नहीं दिया। यह शातिर जौधपुर की बैरवा भाकर भीलबस्ती का रहने वाला पूनमचंद्र उर्फ पीयूष 29 पुत्र जगदीश है, जो अभी जालावास थाना विवेक विहार जौधपुर में किराये से रह रहा है। आरोपित को सुभाषनगर थाने के प्रकरण 30/2025 धारा 304 (2) बीएनएस 2023 में सुभाषनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पावर बाइक का करता भागने में इस्तेमाल

आरोपित पूनमचंद्र उर्फ पीयूष चेनस्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने में पावर बाइक का इस्तेमाल करता है,ताकि वह पकड़ा न जाये। यह आरोपित सीसी टीवी कैमरों से बचने के लिए हमेश हेलमेट का प्रयोग करता। इतना ही नहीं, यह बदमाश वारदात के दौरान दो- तीन पेन्ट व दो तीन शर्ट व टीशर्ट पहनता है। वारदात करने के बाद पहचाने जाने के डर से वह उपर पहने हुए कपडे उतार कर फेंक देता। इसके अलावा यह बदमाश सुनसान जगह घुमते हुए अकेली महिला या वृद्ध को देखकर उसकी चेन लूट लेता था।

भीलवाड़ा सहित इन जिलों में की 25 वारदातें

पुलिस ने बताया कि आरोपित पूनमचंद्र ने पुलिस पूछताछ में भीलवाड़ा के सुभाषनगर में 6, कोतवाली में 2, भीमगंज 4 वारदातों के साथ ही चित्तौडग़ढ़ सदर थाना इलाके में एक, ब्यावर सिटी, साकेत नगर, ब्यावर, गंज थाना अजमेर , थाना दरगाह अजमेर , कृश्चिनगंज अजमेर , अलवर गेट, रामगंज थाना सर्किल में कुल 25 वारदातें करना कबूल किया है।

पहले से 20 प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन

सुभाषनगर पुलिस को मिले आरोपित के आपराधिक रेकार्ड के अनुसार, उसके खिलाफ पुलिस थाना राजीवगांधीनगर, रातानाडा, सरदारपुरा, देवनगर, भगतासनी में 3, कुड़ी भगतासनी 2, सीएचबी 5, कुचामन सिटी नागौर, एयरपोर्ट थाना, उदयमंदिर में 2, पीपाड़ शहर व रातानाड़ा थाने में कुल 20 प्रकरण दर्ज होकर सभी न्यायालय में विचाराधीन है। इनमें सर्वाधिक प्रकरण लूट के हैं।

ये थे टीम में

सुभाषनगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर, दीवान सतीश मीणा, कांस्टेबल निहार सिंह, भूपेंद्र सिंह, अमर सिंह शामिल थे।

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