महाकुंभ: भगदड़ में 30 लोगों की मौत की पुष्टि, डीआईजी बोले- 25 की पहचान, 90 घायल

प्रयागराज। महाकुंभ में हुए हादसे में प्रशासन ने 30 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की है। मंगलवार रात मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़ मच गई थी। हादस संगम तट के पास हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गया। देर शाम तक महाकुंभ नगर के डीआईजी वैभव कृष्ण ने जानकारी देते हुए बताया कि भगदड़ में 90 लोग घायल हुए हैं।


महाकुंभ नगर के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बुधवार शाम को प्रेसवार्ता कर घटना की विस्तृत जानकारी दी।

डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा, “ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई। इस भीड़ के कारण दूसरी तरफ लगे बैरिकेड टूट गए और भीड़ दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त की पवित्र डुबकी लगाने के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ गई”।

डीआईजी ने बताया कि प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव कार्य करते हुए करीब 90 लोगों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दुर्भाग्य से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। इन 30 में से 25 की पहचान हो गई है और बाकी की पहचान होनी बाकी है। इनमें कर्नाटक के 4 लोग, असम का 1, गुजरात का 1 लोग शामिल हैं। 36 लोगों का स्थानीय मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। फिलहाल, स्थिति सामान्य है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। इस समय सामान्य स्थिति है। अखाड़ों का आज अमृत स्नान सकुशल संपन्न कराया गया।


भीड़ पर अब पूरी तरह नियंत्रण: डीआईजी

डीआईजी कुम्भ वैभव कृष्ण ने बताया कि आज बहुत बड़ी संख्या में भीड़ आई है। आसपास के जनपदों से भारी भीड़ प्रयागराज पहुंची है। अनुमान है कि 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में आए हैं। संगम समेत सभी घाटों पर लोग बड़ी संख्या में स्नान कर रहे हैं। भीड़ पर अब पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है और स्थिति पूरी तरह सामान्य है

चार बजे तक कुल 5.71 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान

बुधवार के दिन शाम चार बजे तक कुल 5.71 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया। वहीं, अब तक महाकुंभ में स्नान करने वालों की संख्या 19.94 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है।

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