सिर पर मंडरा रहा धोखाधड़ी का खतरा: चाचा चौधरी ने चेताया, "साबू, सतर्क रहना!", भीलवाड़ा में ठगों का 'मायाजाल'

भीलवाड़ा, राजकुमार माली : "साबू, अगर कोई अनजान व्यक्ति फोन पर ओटीपी या पासवर्ड मांगे तो कतई मत बताना, यह एक जाल हो सकता है!" - यह सीख केवल कॉमिक्स के पन्नों तक सीमित नहीं है, बल्कि आज भीलवाड़ा की हकीकत बन चुकी है। जिस तरह चाचा चौधरी अपने तेज दिमाग से हर मुसीबत को भांप लेते हैं, उसी तरह आज हर नागरिक को अपने आस-पास फैले वित्तीय धोखाधड़ी के 'मायाजाल' को पहचानने की जरूरत है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भले ही 'चाचा चौधरी' के माध्यम से पूरे देश को साइबर अपराधों से चेता रहा हो, लेकिन वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में तो ठगों ने मानो हर गली-नुक्कड़ पर अपना अड्डा जमा लिया है। यहां राजनीतिक चंदे से लेकर फर्जी जीएसटी रिफंड और शातिर सीए द्वारा सरकारी खजाने में सेंधमारी के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं, जो किसी भी बड़ी आपराधिक साजिश से कम नहीं हैं।
शहर में इस वक्त धोखेबाजों का दुस्साहस चरम पर है। वे कभी सफेदपोश नेता के मुखौटे में राजनीतिक चंदे के नाम पर उद्यमियों की जेब खाली कर रहे हैं, तो कभी फर्जी सीए बनकर सरकारी सिस्टम को ही धोखा दे रहे हैं। व्यापारियों के बीच यह खौफ पसरा है कि आगामी चुनावों का डर दिखाकर कुछ गिरोह सक्रिय हो गए हैं जो पार्टियों के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं। यह एक ऐसा संगठित अपराध है जहां न कोई रसीद है, न कोई हिसाब, केवल ठगों की चांदी है।
इससे भी बड़ा खेल जीएसटी और आयकर के मोर्चे पर चल रहा है। कुछ बेईमान सलाहकार और फर्जी सीए केवल कागजों पर मौजूद कंपनियों के नाम पर करोड़ों का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम कर सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। ये 'आर्थिक आतंकवादी' फर्जी बिलों का एक ऐसा चक्रव्यूह रचते हैं, जिसे भेदना अधिकारियों के लिए भी एक चुनौती बन गया है। इनकी कारगुजारियों से न केवल राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि ईमानदार करदाताओं का तंत्र पर से विश्वास भी उठ रहा है।
'चाचा चौधरी' की तरह चलाएं दिमाग, 1930 पर करें 'साइबर धमाका'
इन बढ़ते खतरों के बीच, गृह मंत्रालय की 'चाचा चौधरी' वाली पहल एक अचूक हथियार की तरह है। मंत्रालय द्वारा जारी कॉमिक्स और मार्गदर्शिकाएं हमें बताती हैं कि कैसे ये ठग केवाईसी (KYC) स्कैम, ऑनलाइन जॉब फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट और निवेश के बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाकर हमें लूटते हैं। मंत्रालय का ध्येय वाक्य 'रुको-सोचो, एक्शन लो' आज भीलवाड़ा के हर नागरिक के लिए गुरुमंत्र है। किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या व्यक्ति पर तुरंत रुकें, ठंडे दिमाग से सोचें और बिना देरी किए साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके ठगों के मंसूबों पर 'साइबर धमाका' कर दें। क्योंकि आज के दौर में 'चाचा चौधरी' की तरह तेज दिमाग रखना ही अपनी मेहनत की कमाई बचाने का एकमात्र रास्ता है।
