बुखार, खांसी और जुकाम के थे लक्षण: संदिग्ध संक्रमण से सगे भाई-बहन की मौत,दहशत
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हनुमानगढ़ जिले के संपतनगर के पास ढाणी में दो बच्चों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। 9 वर्षीय आरुषि और 11 वर्षीय विकास कुछ दिनों पहले बुखार, खांसी और जुकाम के लक्षणों के साथ गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हुए थे। बीमारी के इसी लक्षण से नई खुंजा की 12 वर्षीय बच्ची शिवानी की भी मौत हो गई थी। थे
रविवार दोपहर आरुषि को बुखार और खांसी की गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बावजूद आरुषि की हालत बिगड़ती गई और उसने देर रात दम तोड़ दिया। इसके बाद उसी दिन 11 वर्षीय विकास की हालत भी बिगड़ी और उसे हनुमानगढ़ के दो निजी अस्पतालों और श्रीगंगानगर के अस्पताल से रैफर कर बीकानेर के पीबीएम अस्पताल भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया।
विज्ञापनपरिवार का कहना है कि पहले बच्चों को गांव के सामान्य इलाज के लिए एक स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया था, लेकिन उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। फिर बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।इस घटना के बाद परिवार में और भी चिंता का माहौल है क्योंकि ताराचंद नामक व्यक्ति के दोनों बेटों, आकाश और साहिल में भी संक्रमण के लक्षण दिखाई देने लगे हैं। इस वजह से परिवार बेहद चिंतित है और अनजानी बीमारी के बारे में सोचकर डर में है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और तुरंत जांच शुरू कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया सर्वेसंदिग्ध संक्रमण से सगे भाई-बहन की मौत
घटना की सूचना मिलने के बाद हनुमानगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने गांव में तत्काल सर्वे करना शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने मृतक बच्चों के परिवार से सैंपल लिए और आसपास की ढाणियों से भी सैंपल एकत्र किए। स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि बच्चों को प्रारंभिक तौर पर निमोनिया की शिकायत थी, लेकिन इस संक्रमण के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए मृतक बच्चों के सैंपल बीकानेर से जयपुर भेजे गए हैं, जहां उनकी जांच की जाएगी।