“हादसे का इंतजार कर रहा विभाग? कुंभलगढ़ में अवैध जिप्सी खाई में गिरी, कई घायल”

कुंभलगढ़ – राजसमंद राहुल आचार्य |राजसमंद जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुंभलगढ़ में आज फिर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, लेकिन विभाग की लापरवाही एक बार फिर से सवालों के घेरे में है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिना वैध अनुमति व कागजातों के अवैध रूप से सफारी चला रही एक जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। हादसे में सवार 4 से 5 पर्यटक गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह जिप्सी क्षेत्र में बिना फिटनेस, परमिट और गाइडलाइन के चल रही थी। कुंभलगढ़ क्षेत्र में इस तरह की 50 से 60 जिप्सियां अवैध रूप से पर्यटन गतिविधियों में लगी हुई हैं, जो पर्यटकों की जान से खुलेआम खिलवाड़ कर रही हैं।
परिवहन विभाग बना मूकदर्शक
हैरानी की बात यह है कि यह सब परिवहन विभाग की नाक के नीचे हो रहा है, बावजूद इसके कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। ऐसा प्रतीत होता है मानो विभाग को किसी बड़े जानलेवा हादसे का इंतजार है, तभी कार्रवाई होगी।
क्षेत्रीय लोगों व जागरूक नागरिकों ने पहले भी कई बार विभाग को अवैध जिप्सियों और बगैर सुरक्षा मानकों के हो रही सवारियों की शिकायतें दी हैं, परंतु कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया।
जिम्मेदार कौन?
जिस व्यक्ति के नाम पर यह जिप्सी पंजीकृत थी, उसने सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से पर्यटकों को सफारी पर भेजा। जिप्सी चालक के पास न तो कोई गाइड था, न सुरक्षा उपकरण और न ही वैध अनुमति।
अब सवाल यह है कि क्या विभाग उन अफसरों पर भी कार्रवाई करेगा जिनकी लापरवाही से ये अवैध संचालन चल रहा था?
और क्या जिप्सी संचालक के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्यवाही होगी?
मांग उठ रही है:
क्षेत्र में चल रही सभी जिप्सियों का तुरंत फिटनेस व परमिट सत्यापन हो
गाइड के बिना किसी भी सफारी पर रोक लगाई जाए
परिवहन विभाग के जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही तय हो
स्थायी नियंत्रण कक्ष व नाका कुंभलगढ़ क्षेत्र में स्थापित किया जाए
