डिस्कॉम की अनदेखी-: डीपी से फैले करंट की चपेट में आये युवक की मौत, माली समाज का मोर्चरी पर प्रदर्शन, 50 लाख के मुआवजे व नौकरी की मांग

डीपी से फैले करंट की चपेट में आये युवक की मौत, माली समाज का मोर्चरी पर प्रदर्शन, 50 लाख के मुआवजे व नौकरी की मांग
X

भीलवाड़ा बीएचएन। सदर थाने के तेलीखेड़ा गांव में एक मकान के बाहर लगी डीपी से फैल रहे करंट की चपेट में आने से बीती रात एक युवक की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह मोर्चरी पर जुटे माली समाज के लोगों ने प्रदर्शन कर मृतक आश्रितों को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने के साथ ही दोषी कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग की है। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि मांगे नहीं मान ली जाती तब तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं करवायेंगे। उधर, स्थिति को भंापते हुये अस्पताल परिसर में चार थानों व पुलिस लाइन का जाब्ता तैनात कर दिया गया। अधिकारियों की माली समाज के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता चल रही है। फिल्हाल कोई हल नहीं निकल पाया।

तेलीखेड़ा हाल संजय कॉलोनी निवासी तेजमल पुत्र देबीलाल माली ने सदर थाना पुलिस को रिपोर्ट दी कि उसके घर के बाहर अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने डीपी लगा रखी है, जिससे काफी समय से जमीन पर करंट फैल रहा है। इसे लेकर विभाग को शिकायत की गई। सरपंच गोपाल जाट को भी समस्या से अवगत करवाया गया। इतना ही नहीं डीपी से फैलते करंट का वीडियो बनाकर भी बिजली निगम को भेजा गया, लेकिन इस और किसी ने ध्यान नहीं दिया।

इस बीच, गुरुवार रात परिवादी का भाई बाबूलाल माली रात 10 बजे तेलीखेड़ा स्थित मकान से बाहर आया, जो डीपी से फैल रहे करंट की चपेट में आ गया। उसे काका गणेशलाल व किशन साहू ने कपड़े की सहायता से हटाया और जिला अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि उसके बड़े भाई बाबूलाल की मौत, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कर्मचारियों की घोर लापरवाही के कारण हुई है।

उधर, दूसरी और बाबूलाल की मौत की खबर सुनकर माली समाज के सैकड़ों लोगों के साथ ही कई महिलायें शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल की मोर्चरी पर जमा हो गये। जहां इन लोगों ने बाबूलाल के आश्रित परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने, एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने व निगम के दोषी कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही निगम के अधिकारियों को मोर्चरी पर बुलाने की भी मांग कर यह चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, वे न तो शव का पोस्टमार्टम करवायेंगे और न ही शव लेंगे।

इस चेतावनी को देखते हुये डीएसपी सदर श्याम सुंदर विश्नौई, सदर थाना प्रभारी कैलाशकुमार विश्नौई, भीमगंज, कोतवाली, प्रताप नगर व सदर थाने के साथ ही पुलिस लाइन से जाब्ता अस्पताल बुलवा लिया गया। फिल्हाल माली समाज के प्रतिनिधि मंडल की निगम अधिकारियों से वार्ता चल रही है।

Next Story