राजस्थान कांग्रेस में संगठनात्मक हलचल तेज,: जिलाध्यक्षों की फाइनल सूची आने को तैयार,फिर भी अभी करना हे इंतजार

भीलवाड़ा बिहार विधानसभा चुनाव और अंता उपचुनाव के नतीजों के बाद राजस्थान कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की आहट तेज हो गई है। पार्टी में जिलाध्यक्षों की बहुप्रतीक्षित सूची जारी करने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी टीम 15 नवंबर तक यह सूची जारी कर सकती है।
**50 जिलों में से 80 प्रतिशत नाम लगभग तय**
राजस्थान के 50 जिलों में करीब 80 प्रतिशत जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल हो चुके हैं। जबकि 40 जिलों में अभी बदलाव की संभावना बनी हुई है। इस निर्णय से पार्टी के भीतर दौड़ में शामिल विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों, पूर्व सांसदों और युवा नेताओं की धड़कनें तेज हो गई हैं। सभी बेसब्री से अंतिम सूची का इंतजार कर रहे हैं।
**तीन दिन तक मंथन, दिग्गज नेताओं से राय**
सूत्रों के अनुसार, बिहार चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार समाप्त होने के साथ ही राहुल गांधी और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने एआईसीसी वार रूम में तीन दिन तक जिलाध्यक्षों के नामों पर मंथन किया। फाइनल सूची लगभग तैयार है, लेकिन अंतिम रूप देने से पहले दिग्गज नेताओं से राय ली जा रही है।
**अधो दर्जन जिलों में पेंच सुलझा लिए गए**
कुछ जिलों में लंबित मामले सुलझा दिए गए हैं। चर्चा है कि राहुल गांधी आज या कल पीसीसी चीफ सहित प्रदेश नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर सकते हैं। इसके अलावा, चार राज्यों में पीसीसी चीफ बदलने की भी संभावना है।
**पारदर्शिता बनाए रखने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त**
संगठन सृजन अभियान के तहत पारदर्शिता बनाए रखने के लिए राहुल गांधी ने 30 केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की थी। इन पर्यवेक्षकों ने 1 से 15 अक्टूबर तक जिलों में कार्यकर्ताओं और नेताओं से वन-टू-वन संवाद किया। रिपोर्ट 4 अक्टूबर तक तैयार कर आलाकमान को सौंपी गई थी। प्रत्येक जिले से 6-6 नामों का पैनल बनाया गया, जिसे पिछले महीने केसी वेणुगोपाल को सौंपा गया।
**आने वाले 3-4 दिनों में आएगी अंतिम सूची**
सूत्रों का कहना है कि अगले 3-4 दिनों में राज्य के सभी जिलाध्यक्षों की फाइनल सूची आ सकती है, जिससे भिलवाड़ा समेत पूरे राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्सुकता का माहौल है।
जिला अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल कई नेता दिल्ली में बड़े नेताओं से अप्रोच लगाने के लिए 5-5 चक्कर काट चुके हैं। अपने नाम पर मुहर लगाने के लिए हर संभव प्रयास जारी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार के मतदान के बाद राहुल गांधी की उपस्थिति में एआईसीसी की बैठक होगी। इसमें सभी रिपोर्टों का मिलान कर जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल किए जाएंगे।
