निविदा लेने के लिए दो कांग्रेस नेताओं सहित चार ने लगाये फर्जी प्रमाण पत्र, निगम कराएगा मुकदमें दर्ज, मचा हड़कंप
भीलवाड़ा (राजकुमार माली)। नगर विकास न्यास के बाद नगर निगम में विकास कार्यों की निविदाएं लेने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र के मामले बढते ही जा रहे है। निगम में ऐसे चार मामले पकड़े जाने की बात सामने आई और दो ठेकेदारों के खिलाफ निगम मुकदमा दर्ज कराने जा रही है।
नगर निगम के महापौर राकेश पाठक ने गुरूवार को हलचल को बताया कि भीलवाड़ा में कार्मिक सप्लाई के लिए ठेका लेने की निविदा में फर्जी प्रमाण पत्र देने का मामला सामने आया है। मदर लैण्ड लेबर सप्लाईयर्स और भावना कन्ट्रक्शन द्वारा प्रमाण पत्र लगाये जिनकी जांच में वे जाली निकले है। उन्होंने बताया कि भावना कन्ट्रक्शन ने अजमेर नगर सुधार न्यास का जो प्रमाण पत्र लगाया गया वह फर्जी निकला है जबकि मदर लैण्ड सप्लायर्स द्वारा स्थानीय अनुभव प्रमाण पत्र लगाए गए वे भी जाली निकला है।
करोडऱों रुपए का टेण्डर फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर हथियाने का प्रयास किया जिसे नगर निगम ने विफल तो किया ही है लेकिन अब इन ठेकेदारों के खिलाफ जालसाजी का मामला भी दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम आयुक्त हेमाराम को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए है। अगले कुछ दिनों में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो जाएगा।
दूसरी ओर यह जानकारी भी सामने आई है कि फर्जी प्रमाण पत्र लगा ठेका लेने के मामले में कांग्रेस के दो नेता भी शामिल बताए जा रहे है। इसे लेकर खासी चर्चा है। कुल मिलाकर अब तक फर्जी प्रमाण पत्र के चार मामले पकड़ में आये है। शेष दो के खिलाफ जल्द मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उधर निगम आयुक्त हेमाराम चौधरी का कहना है कि निविदाओं में लगाए जाने वाले अनुभव प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेजों की निगम लगातार जांच करवा रहा है अगर कोई फर्जी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्दी ही फर्जी प्रमाण पत्र लगा ठेका लेने का प्रयास करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।
निगम में पकड़े गए फर्जी प्रमाण पत्रों के बाद ठेकेदारों में हड़कंप मचा है। सूत्रों का कहना है कि पुराने निविदा दस्तावेजों की जांच करवाई जाय तो इस तरह के और भी कई मामले पकड़ में आ सकते है।
