पति ने अवैध संबंधों के चलते पत्नी गला घोंटकर मार डाला, लाश डिग्गी में फेंकी-गिरफ्तार

श्रीगंगानगर । श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर इलाके में एक अधेड़ उम्र की महिला की घर के आंगन में बनी पानी की डिग्गी में डूबने से मौत के मामले में पुलिस ने आज चौका देने वाला खुलासा किया कि उसकी गला घोटकर हत्या की गई थी। फिर लाश को डिग्गी में फेंक दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक डा. अमृता दुहन ने आज यह चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि महिला पूजा उर्फ बबली (45) की हत्या उसके पति छिंद्रपाल धाणक ने ही गला घोंटकर की थी। आरोपी पति के किसी अन्य महिला से अवैध संबंध थे, जिसका विरोध करने पर उसने पत्नी की जान ले ली और सबूत मिटाने के लिए लाश को डिग्गी में डाल दिया। पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि आमतौर पर डूबने से मौत के मामलों में दो मुख्य संभावनाएं सामने आती हैं- आत्महत्या या दुर्घटना,लेकिन पूजा के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सनसनीखेज खुलासा किया कि मौत डूबने से नहीं, बल्कि गला घोंटकर हत्या से हुई है। हत्या के बाद लाश को डिग्गी में डाला गया था। रिपोर्ट आने के बाद मामले की गहन जांच की गई, जिसमें पता चला कि छिंद्रपाल के सुमन नामक महिला से अवैध संबंध थे। पूजा इन संबंधों का विरोध करती थी, जिससे नाराज होकर छिंद्रपाल ने उसकी हत्या कर दी। घटना 8 दिसंबर की शाम की है और आज छिंद्रपाल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि जांच जारी है ताकि पता चल सके कि हत्या में कोई और व्यक्ति शामिल तो नहीं था।
घटना का विवरण देते हुए डॉ. दुहन ने बताया कि 8 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे छिंद्रपाल और पूजा के बीच सुमन को लेकर तीखी बहस और झगड़ा हुआ। घर पर उस समय कोई अन्य सदस्य मौजूद नहीं था। झगड़े के दौरान छिंद्रपाल ने पूजा का गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को आंगन में बनी पानी की डिग्गी में फेंक दिया। बाद में उसने परिवारवालों, बच्चों और यहां तक कि पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की। उसने बताया कि पूजा दुर्घटनावश डिग्गी में गिर गई थी। उसने परिवारवालों के साथ मिलकर लाश को डिग्गी से निकाला और अस्पताल भी पहुंचाया, ताकि मामला दुर्घटना का लगे।
पूजा के पिता वीरसिंह (62), निवासी धाणक मोहल्ला, भवानी चौक, वार्ड नंबर 45, सूरतगढ़, ने इस घटना की जानकारी मिलने पर परिवार और रिश्तेदारों के साथ रायसिंहनगर पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। 9 दिसंबर को दर्ज की गई रिपोर्ट में छिंद्रपाल, उसकी मां काली देवी और परिवार के अन्य सदस्यों पर हत्या का आरोप लगाया गया। वीरसिंह ने बताया कि पूजा की शादी करीब 25 वर्ष पहले हुई थी और उसके तीन बेटे हैं। शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार दान-दहेज दिया था, लेकिन ससुराल वाले बार-बार और दहेज की मांग करते थे। मांग पूरी न होने पर वे पूजा को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। पूजा के घर बसाने के लिए वीरसिंह ने पंचायत और पुलिस में भी शिकायत की थी, लेकिन ससुरालवालों का उत्पीड़न जारी रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सुमन नामक महिला छिंद्रपाल को पूजा के खिलाफ उकसाती थी, क्योंकि दोनों के बीच अवैध संबंध थे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शुरू में मामले को आत्महत्या या दुर्घटना समझा गया था, इसलिए पूजा की डेड बॉडी का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की, जिसके बाद जांच तेज की गई। रायसिंहनगर थाना प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर महावीरप्रसाद और उनकी टीम के सदस्य सिपाही मनीष, रविंद्रपाल तथा कपिलदेव ने साक्ष्य जुटाकर छिंद्रपाल को गिरफ्तार किया।
