जवाबी हमले की सोचना भी मत...',: पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत पूरी तरह तैयार; आतंकियों की अब खैर नहीं

नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इसके तहत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करीब 100 किलोमीटर अंदर और गुलाम जम्मू-कश्मीर में मिसाइलों से हमला करते हुए नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
भारतीय सेना और वायुसेना ने इस जबरदस्त एवं सटीक संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों पर धावा बोला उन्हें ध्वस्त कर दिया, जिन्हें पाकिस्तान के सबसे बड़े आतंकी सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर का अभेद्य किला माना जाता था।
सरकार ने इस ऑपरेशन के दौरान मरने वाले आतंकियों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों में उनकी संख्या 70 बताई गई है। मरने वालों में लश्कर के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य भी शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत मंगलवार-बुधवार रात 1.05 बजे से 1.30 के बीच भारतीय सेनाओं ने 25 मिनट के भीतर लक्ष्य को सटीक भेदने वालीं 24 अति आधुनिक विशिष्ट तकनीक वाले मिसाइलें पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में दागते हुए अपने लक्ष्य को पूरा किया।
इस सैन्य ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए हथियारों तथा मिसाइलों का ब्योरा आधिकारिक तौर पर साझा नहीं किया गया है, मगर बताया जाता है कि स्कैल्प डीप-स्ट्राइक क्रूज मिसाइलें, हैमर स्मार्ट हथियार प्रणाली, निर्देशित बम किट और एक्सकैलिबर गोला-बारूद दागने वाले एम-777 हावित्जर जैसे हथियार इसमें शामिल थे।
पाकिस्तान ने ही कर दी हमले की पुष्टि
अचानक एवं हतप्रभ करने वाली भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई में दर्जनों आतंकियों और उनके करीबियों के मारे जाने की पुष्टि खुद पाकिस्तान ने की है। भारत की यह सैन्य कार्रवाई उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक तथा पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक की तुलना में सामरिक रूप से कहीं ज्यादा इसलिए बड़ी है क्योंकि इससे पाकिस्तान को साफ संदेश दिया गया है कि आतंकवाद का उसका घिनौना खेल अब भारत किसी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।
दो महिला सैन्य अफसरों ने दिया ब्योरा
पाकिस्तान के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई को अंजाम देने के बाद बुधवार सुबह 10.30 बजे भारतीय सेना की दो महिला अफसरों थलसेना की कर्नल सोफिया कुरैशी तथा वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ प्रेस कान्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर का पूरा ब्योरा साझा किया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में रात 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के मुख्यालयों समेत भारत में आंतक फैलाने में शामिल अन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन के लिए सटीक क्षमता और विशिष्ट प्रौद्योगिकी के युद्धक हथियारों का सावधानीपूर्वक चयन किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्रवाई पूरी तरह निर्धारित लक्ष्य पर ही हो।
सभी नौ लक्ष्यों में विशिष्ट इमारत या इमारतों का समूह शामिल था और इन्हें पूरी तरह भेदकर ध्वस्त या निष्प्रभावी कर दिया गया। इस दौरान किसी भी सैन्य या असैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया और भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में काफी संयम दिखाया है।
बौखलाए पाकिस्तान की भारत को दी गई युद्ध की धमकी का किसी तरह उल्लेख किए बिना विंग कमांडर सिंह ने कहा कि अगर वर्तमान स्थिति को बढ़ाने की कोई कोशिश हुई तो भारतीय सेनाएं ऐसे किसी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।